पितृ पक्ष में भूलकर भी ना खाएं ये सब्जी और दाल, पितर हो सकते हैं नाराज
Date: Sep 07, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
पितृ पक्ष
पितृपक्ष के दिनों में पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद जरूरत मंदों को भोजन कराना और उन्हें दान पुण्य करने का विशेष महत्व है. इससे पूर्वज खुश होते हैं, और अपना आशीर्वाद देते हैं.
पितृ पक्ष का महत्व
हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है. धार्मिक नजरिये से देखा जाए तो, पितृ पक्ष में पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने के लिए, तर्पण करने का विधान भी है.
नियम
पितृ पक्ष के दौरान इससे जुड़े नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. नहीं तो श्राद्ध में की गई पूजा का फल नहीं मिलता.
क्या खाएं, क्या नहीं?
भारत रफ्तार के जरिए आज उन चीजों के बारे में जानते हैं, जिनका श्राद्ध के दौरान सेवन करने से पूरी तरह से बचना चाहिए.
तामसिक भोजन
पितृपक्ष के दौरान प्याज, लहसुन अंडा और मांस खाना वर्जित होता है.
नशे से परहेज
पितृ पक्ष के दौरान नशे से जुड़ी चीज जैसे शराब, सिगरेट, तंबाकू, मसाला आदि उत्पादों का सेवन करना भी वर्जित होता है.
सब्जियां
पितर पक्ष के दौरान गाजर, करेला, चुकंदर, सरसों का साग, अरबी बैंगन पेठा जैसी सब्जियां नहीं खानी चाहिए. इससे पितृ पक्ष की पूजा खंडित हो सकती है.
जमीन के नीचे उगने वाली सब्जियां
इन सब्जियों के अलावा ऐसी सब्जियां खाने की भी मनाही होती है, जो जमीन के नीचे उगती हैं.
दाल
पितृ पक्ष के दौरान चने की दाल, मसूर की दाल, उड़द की दाल और सत्तू खाने से परहेज करना चाहिए.
लगता है पाप
पितृ पक्ष सुधार अगर आप इन दलों का सेवन करते हैं तो इससे पाप लगता है. साथ ही इन दलों से बनी चीजों को खाना भी वर्जित होता है.
मसाले
पितर पक्ष के दौरान दाल और सब्जियों के अलावा कुछ मसाले खाने की भी मनाही होती है. श्रद्धा के खाने में राई, काला नमक, जीरा और सरसों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
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