कहीं आप भी तो नहीं धोते शाम को कपड़े? जान लीजिए वास्तु से जुड़े नियम
Date: Oct 08, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र सिर्फ घर की बनावट और समान रखने के लिए ही नहीं निर्धारित है, बल्कि यह जीवन के हर पहलू पर अपना प्रभाव डालता है.
वास्तु का ध्यान देना जरूरी
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे, तो रोजमर्रा के कामकाजों में वस्तु का ध्यान रखना जरूरी है.
कपड़े धोने का वास्तु महत्व
वैसे तो रोजमर्रा में कपड़े धोने का काम काफी छोटा लगता है, लेकिन वास्तु में इसका महत्व काफी बड़ा है.
शाम को कपड़े धोना
अगर आप नियमित रूप से शाम के समय कपड़े धोते हैं तो इससे न सिर्फ आपकी एनर्जी बल्कि घर की सकारात्मकता पर भी काफी बुरा असर पड़ता है.
क्या है सही समय और तरीका?
वास्तु शास्त्र में मुताबिक कपड़े धोने का भी सही समय और सही तरीका निर्धारित किया गया है.
शाम को ना धोएं कपड़े
वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्यास्त के बाद साफ सफाई और धोने का काम नहीं करना चाहिए. शाम के समय कपड़े धोने से घर में नकारात्मक एनर्जी बढ़ती है. इसके अलावा आर्थिक संकट के साथ मानसिक तनाव भी बढ़ता है.
सुबह धोएं कपड़े
वास्तु में कपड़े धोने का सुबह का समय सबसे ज्यादा अच्छा होता है. क्योंकि सुबह के समय सकारात्मक एनर्जी का संचार होता है. और पूरे दिन घर में सुख शांति बनी रहती है.
ऐसी हो कपड़े सुखाने की दिशा
सिर्फ कपड़े धोने ही नहीं बल्कि उन्हें सुखाने की दिशा का भी वास्तु शास्त्र में महत्व बताया गया है. कपड़े हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही सुखाने चाहिए. इससे उन्नति के मार्ग खुल जाते हैं.
किस दिन धोएं कपड़े?
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंगलवार और शनिवार को कपड़े नहीं धोने चाहिए. क्योंकि यह दिन मंगल और शनि से जोड़ा जाता है. सोमवार, बुधवार और गुरुवार के दिन कपड़े धोना अच्छा माना जाता है.
पानी के प्रवाह पर दें ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार धुलाई के पानी के प्रवाह की दिशा भी महत्व रखती है. गंदे पानी का घर के रुकना या गलत दिशा में बहना घर नकारत्मकता को बढ़ाता है.
किस दिशा में बहाएं पानी
वास्तु शास्त्र के मुताबिक धुलाई का पानी दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा की ओर बहाएं. ताकि में घर में सकारात्मकता बनी रहे.
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