भाई बहन के प्यार का पर्व, भाईदूज और रक्षाबंधन कैसे है एक दूसरे से अलग ?

भाई बहन के प्यार का पर्व, भाईदूज और रक्षाबंधन कैसे है एक दूसरे से अलग ?

Date: Oct 25, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

भाई दूज

भाई दूज दीपावली के ठीक दो दिन बाद मनाया जाता है। यह त्योहार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाती हैं और उनकी रक्षा के लिए मंगलकामना करती हैं।

रक्षाबंधन

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। इसके बाद मिठाई खिलाती है और बदले में भाई बहन की रक्षा का वादा करता है| 

दोनों में अंतर

भाई दूज में बहनें भाईयों के हाथों में राखी नहीं बांधती हैं। जबकी रक्षा बंधन में बहनें अपने भाईयों के हाथों में रक्षा सूत्र के तौर पर राखी बांधती है|

मनाने की तिथि

हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार भाई दूज जहां कार्तिक मास में मनाया जाता है, वहीं रक्षा बंधन का त्योहार श्रावण मास में लोग मनाते हैं।

पौराणिक कथा

भाई दूज की पौराणिक कथा यमराज अपनी बहन यमुना की कहानी है| जबकि भगवान श्री कृष्ण, इंद्र देव और राजा बली ने रक्षाबंधन की शुरुआत की थी। युद्ध में जाने से पहले बहनों ने राखी बांधकर उनकी जीत की कामना की थी। 

कौन किसके घर जाता है?

अगर बहन विवाहित है, तो वह रक्षाबंधन के दिन भाई के घर जाकर ये त्योहार मनाती है, तो वहीं भाई दूज के दिन भाई अपने विवाहित बहन के घर जाता है, और वहां वो दोनों साथ में ये त्योहार मनाते हैं

कैसे मनाया जाता है?

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। इसके बाद मिठाई खिलाती हैं। भाई दूज की बात करें, तो इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर आरती करती हैं और उनके लिए मनपसंद खाना बनाती हैं। 

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