बाबा की काशी में है घूमने जाने का प्लान? भूलकर भी वहां से ना लाइएगा ये चीजें
Date: Nov 24, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
बाबा की काशी
बाबा की काशी, या काशी बाबा की... जो भी कहें, वाराणसी को मोक्ष की नगरी के नाम से भी पूरी दुनिया भर में जाना जाता है.
पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान शिव ने खुद इस शहर की रचना की थी. ऐसा माना जाता है कि, ये शहर भगवान शिव के त्रिशूल पर टिका है.
मोक्ष की प्राप्ति
मोक्ष की इस नगरी वाराणसी में जाने वाले हर भक्त के पाप पाने आप धुल जाते हैं. साथ ही उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है.
ध्यान रखें ये बात
आप जब भी वाराणसी आएं तो इस बात का ध्यान रखें कि, यहां से भूलकर भी इस तरह की पवित्र चीजों को घर ना लाएं.
महापाप के भागी
अगर आप इस शहर से ये दो चीजें अपने घर लाते हैं, तो आप महापाप के भागी बन सकते हैं.
जीवन मृत्यु का चक्र
हिंदू धर्म के अनुसार कोई जीव जंतु हो या मनुष्य, जो भी यहां प्राण त्यागता है, वो जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है.
गंगा जल
वाराणसी से कभी भी गंगा जल लेकर अपने घर नहीं लाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इसी जल में कई तरह के जीव, जीवाणु और विषाणु होते हैं. जिन्हें जाने अंजाने में आप काशी से दूर कर देते हैं.
गीली मिट्टी और रेत
काशी की गंगा जी गीली मिट्टी और रेत भी घर लाने की गलती ना करें. क्योंकि इसमें काफी छोटे जीव मौजूद रहते हैं.
मोक्ष में बाधा
इन चीजों को घर लाने से आप उन जीवों के मोक्ष में बाधा लाते हैं. जो कि महापाप है. किसी भी जीव को काशी की मिट्टी से अलग नहीं करना चाहिए.
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