कंगारुओं के खिलाफ बाकी 3 टेस्ट जीतना आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए कितना है जरूरी
भारतीय टीम के मुश्किलें एडिलेड टेस्ट में हार के बाद कुछ हद तक बढ़ गई हैं। हालाकिं, टीम के पास फाइनल में पहुंचने का अभी भी मौका है। भारतीय टीम को घर पर खेली गई पिछली सीरीज में न्यूजीलैंड से हार गई थी। जिससे बड़ा झटका लगा था। फिर टीम को पर्थ टेस्ट में बेहद शानदार जीत मिली, लेकिन जैसी उम्मीद थी मेजबान टीम ने पलटवार किया।
भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज खेल रही है। जहां पर पहले मैच में शानदार जीत के बाद दूसरा टेस्ट हारकर टीम सीरीज में 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज के 3 मैच अभी बाकी हैं। हालांकि, ये सीरीज जीतना न सिर्फ टीम इंडिया की प्रतिष्ठा के लिए जरुरी है, बल्कि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भी अहम है। इसको लेकर जीत और हार के क्या समीकरण बन रहे हैं, चलिए जानते हैं...
एडिलेड की हार ने बढ़ाई टीम इंडिया की मुश्किलें
भारतीय टीम के मुश्किलें एडिलेड टेस्ट में हार के बाद कुछ हद तक बढ़ गई हैं। हालाकिं, टीम के पास फाइनल में पहुंचने का अभी भी मौका है। भारतीय टीम को घर पर खेली गई पिछली सीरीज में न्यूजीलैंड से हार गई थी। जिससे बड़ा झटका लगा था। फिर टीम को पर्थ टेस्ट में बेहद शानदार जीत मिली, लेकिन जैसी उम्मीद थी मेजबान टीम ने पलटवार किया।
अब टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया में बचे हुए तीन टेस्ट मैचों में से दो जीत और एक ड्रॉ की जरूरत है। अगर ऐसा मुमकिन होता है, तो इससे उनका प्रतिशत 60.53% हो जाएगा और वो दक्षिण अफ्रीका के पीछे कम से कम दूसरे स्थान पर रहेंगे। साथ ही ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका में 2-0 से जीतने पर भी केवल 57.02% तक ही पहुंच सकता है।
सीरीज जीत से बन जाएगी बात!
ऑस्ट्रेलिया सीरीज के अभी 3 टेस्ट बाकी हैं, यानी कि साफ है कि जीत का सहरा किसी के भी सिर बंध सकता है। लेकिन अगर भारत सीरीज 3-2 से जीतता है, तो उनका प्रतिशत 58.77% होगा और ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका को 1-0 से हराने पर भी उनसे नीचे रह सकता है। अगर भारत 2-3 से हारता है तो उनका प्रतिशत 53.51% होगा।