गजब! क्या बचपन में कम मीठा खाने से नहीं होगी डायबिटीज?, जानें क्या कहती है रिसर्च
इस शोध के बारे में जानने से पहले ये जान लेते हैं कि डायबिटीज क्यों होती है।
डायबिटीज आज के समय की तेजी से फैलती बीमारी है, जो न सिर्फ बुजुर्गों में बल्कि बच्चों में भी देखने को मिल रही है। बदलती लाइफस्टाइल, गलत खान-पान और एक्सरसाइज की कमी की वजह से कई लोग डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं। भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 10 करोड़ से भी ज्यादा है। हर साल इस बीमारी के मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। आमतौर पर माना जाता है कि ज्यादा मीठा खाने से भी डायबिटीज हो सकती है, मीठे का डायबिटीज से सीधा संबंध नहीं है, लेकिन मीठा मोटापा बढ़ाता है जो डायबिटीज का रिस्क फैक्टर है।
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हाल ही में डायबिटीज पर एक शोध भी हुआ है, जिसमें कहा गया है कि बचपन में कम मीठा खाने से बुढ़ापे में डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है। इस शोध के बारे में जानने से पहले ये जान लेते हैं कि डायबिटीज क्यों होती है। हमारे शरीर में इंसुलिन हार्मोन होता है जो शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। जब शरीर में इंसुलिन हार्मोन नहीं बनता या ये हार्मोन ठीक से काम नहीं करता तो खून में शुगर लेवल बढ़ जाता है जो डायबिटीज का कारण बनता है। डायबिटीज दो तरह की होती है। पहली टाइप 1 डायबिटीज जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसमें इम्यून सिस्टम इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। दूसरी टाइप 2 डायबिटीज होती है। यह समस्या मोटापे, अस्वास्थ्यकर खान-पान और खराब जीवनशैली के कारण होती है। भारत में टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
क्या कहता है शोध?
हाल ही में नेशनल जर्नल में एक शोध सामने आया है जिसमें कहा गया है कि बचपन में कम चीनी खाने से बुढ़ापे में डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। ऐसे में यह शोध सीधे तौर पर हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन से जुड़ा हुआ है। अगर बचपन में चीनी का सेवन कम कर दिया जाए और बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जाए तो मेटाबॉलिज्म पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता और शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रहता है।
अगर बचपन से ही ज्यादा चीनी का सेवन किया जाए तो शरीर को ज्यादा इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन करना पड़ता है। ऐसे में इंसुलिन की कार्यप्रणाली बिगड़ सकती है और डायबिटीज की समस्या हो सकती है। शोध से साफ है कि अगर बचपन में कम मीठा खाया जाए तो बड़े होने पर डायबिटीज का खतरा भी कम हो सकता है।
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रोजाना व्यायाम करें
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