Lawrence Bishnoi ने अजमेर जेल में भी बना ली अपनी हुकूमत, कैसे बन बैठा अघोषित जेलर ? जिसने उड़ा दिए सबके होश
हाई सिक्योरिटी जेल में 200 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी बंद हैं। उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी, आनंदपाल गैंग के सदस्य और राजू तेहट हत्याकांड से जुड़े कुख्यात अपराधी यहां बंद हैं।
राजस्थान की हाई सिक्योरिटी अजमेर जेल में बंद हार्डकोर बदमाश तक मोबाइल सिम कार्ड पहुंचाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हार्डकोर अपराधियों को खुद ही मुख्य जेल गार्ड वीरपाल सिंह ने मोबाइल सिम मुहैया कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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चीफ जेल गार्ड वीरपाल सिंह पर 250 खूंखार अपराधियों की देखभाल की जिम्मेदारी थी। उसने खूंखार अपराधियों को मोबाइल सिम देकर दूसरे अपराधियों से संपर्क करने में मदद की थी। जांच अधिकारी सीओ रूद्रप्रकाश ने बुधवार रात मुख्य जेल गार्ड वीरपाल को गिरफ्तार कर लिया। वीरपाल किशनगढ़ का रहने वाला है।
हाई सिक्योरिटी जेल में बैरक में मोबाइल
दरअसल पूरा मामला अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से जुड़ा हुआ है। जहां प्रदेश सहित दूसरे राज्यों के हार्डकोर बदमाश अपनी सजा काट रहे है। इसी जेल में बिते दिनों कुख्यात गैंगस्टर लारेंस विश्नोई के गुर्गे की बैरक के पास से एक मोबाइल फोन मिला था। अजमेर की इसी हाई सिक्योरिटी जेल के मुख्य गार्ड पर जेल में बंद हार्डकोर बदमाशों को मोबाइल सिम उपलब्ध कराने का आरोप है। इस मामले में अजमेर सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी जेल गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
मुख्य जेल गार्ड वीरपाल सिंह से पूछताछ
अजमेर की इसी हाई सिक्योरिटी जेल के मुख्य गार्ड पर जेल में बंद हार्डकोर बदमाशों को मोबाइल सिम उपलब्ध कराने का आरोप है। इस मामले में अजमेर सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी जेल गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
200 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी
हाई सिक्योरिटी जेल में 200 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी बंद हैं। उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी, आनंदपाल गैंग के सदस्य और राजू तेहट हत्याकांड से जुड़े कुख्यात अपराधी यहां बंद हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य भी इसी हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हैं।