6 लेन से 8 लेन होगी जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस-वे, 1 हजार करोड़ की लागत से बदलेगी तस्वीर
राजस्थान का जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे फिलहाल 6 लेन हाई-वे है। इस हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए 6 लेन से बढ़ाकर 8 लेन बनाने पर काम किया जा रहा है। ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए फ्लाईओवर का काम पहले ही काम चल रहा है।
Rajasthan News: राजस्थान में नेशनल हाईवे के जाल लगातार लोगों को सहुलियत देने का काम कर रहे है। लेकिन बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव के चलते लगातार अब सरकार इसके चौड़ीकरण की दिशा में कदम बढ़ा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस हाईवे को और चौड़ा करने लिए साथ ही इसे पूरी तरह डेडिकेटेड बनाने के लिए डीपीआर पर काम शुरू कर दिया है।
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राजस्थान का जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे फिलहाल 6 लेन हाई-वे है। इस हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए 6 लेन से बढ़ाकर 8 लेन बनाने पर काम किया जा रहा है। ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए फ्लाईओवर का काम पहले ही काम चल रहा है। फ्लाईओवर बनने के बाद भांकरोटा, मोखमपुरा, पड़ासोली और कमला नेहरू नगर में ट्रैफिक जाम लोगों को मुक्ति मिलेगी। ये हाईवे जयपुर से अजमेर नसीराबाद समेत कई अन्य शहरों में जाने के साथ राजधानी दिल्ली जाने के लिए काफी अहम् है और अब यहां लगातार बढ़ रहे आवागमन को देखते हुए इसके चौड़ीकरण पर काम काफी जरूरी हो गया था। वहीं नए अंडरपास-फ्लाईओवर बनने से भी समय की बचत होगी।
1 हजार करोड़ की लागत से बदलेगा एक्सप्रेस-हाईवे
इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा है। जो 60 किलोमीटर लंबी होगी।
रोजाना गुजरती हैं 1.20 लाख से ज्यादा गाड़ियां
जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 2002-03 में इस हाईवे पर ट्रैफिक का लोड हर रोज जहां 50 हजार पीसीयू था। वहीं आज हर रोज ट्रैफिक लोड 1.20 लाख से भी ज्यादा है। यानी हर रोज इस हाईवे से करीब यानी की इस समय 1 लाख 20 हजार से ज्यादा गाड़ियां गुजरती हैं।
विकास की बहेगी बयार
जानकारी के मुताबिक एक्सप्रेस हाईवे का चौड़ीकरण जयपुर से किशनगढ़ तक किया जाएगा। राजस्थान की राजधानी जयपुर से किशनगढ़ तक करीब 90 किलोमीटर के 6 लेन हाइवे को चौड़ा किया जाएगा। इस हाई-वे पर 2 लेन बढ़ाते हुए 8 लेन किया जाना है। इसके लिए इसका डीपीआर तैयार किया जाएगा। डीपीआर तैयार होने के बाद इसे मंत्रालय भेजा जाएगा। बता दें कि मंत्रालय से औपचारिक मंजूरी मिलने के बाद ही हाई-वे के चौड़ीकरण के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा।