Kota news: 300 किलो बूंदी, मावा, मिठाई ,नमकीन सीज...मिलावट का खेल उजागर, मिठाई के शौकीनों के साथ धोखा, पढ़िए खबर
गुज़रात की निर्माता फर्म से मोबाइल पर बात की तो वह साफ मुकर गया कि उसने कोई सप्लाई नहीं की। 5 कट्टों में कुल 300 किलो बूंदी रखी थी जिसे नमूना लेने के पश्चात सीज कर दिया गया.
दिवाली सीजन के चलते हर मिठाई में मिलावट पाई जा रही है. सरकार भी "शुद्ध खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरुद्ध युद्ध अभियान" चला रही है. राजस्थान का कोई ऐसा शहर नहीं है जहां खाद्य पदार्थों में मिलावट न पाई जा रही हो. ऐसे में कोटा जिले के चंबल औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक मिठाई और नमकीन के गोदाम पर छापा मारकर 14 नमूने लिए गए और बूंदी के लड्डू बनाने के लिए 5 बोरों में रखी 300 किलो बूंदी पाम ऑयल और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल में बनी पाई गई, जिसे जब्त कर लिया गया.
बनी बनाई गुजरात से मंगवाते है बूंदी
इसी क्रम में खाद्य सुरक्षा आयुक्त और जिला कलेक्टर डॉ रविन्द्र गोस्वामी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा जगदीश सोनी द्वारा गठित टीम ने कोटा के चंबल इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक मिठाई व नमकीन के गोदाम पर कारवाही की तथा 14 नमूने लिए तथा 300 किलो बूंदी के लडू बनाने की बूंदी जो की 5 कट्टो में थी जिसे पामऑयल और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल में बनाना बताया उसे सीज किया। निरिक्षण के लिए पहुंची टीम ने जब मिठाई विक्रेता से पूछा कि यह तैयार बूंदी बनाने में किस किस पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है तो उसने अवगत करवाया कि यह बूंदी वह बनी बनाई गुजरात से मंगवाता है।
गुज़रात की निर्माता फर्म से मोबाइल पर बात की तो वह साफ मुकर गया कि उसने कोई सप्लाई नहीं की। 5 कट्टों में कुल 300 किलो बूंदी रखी थी जिसे नमूना लेने के पश्चात सीज कर दिया गया,साथ ही बूंदी सहित बूंदी के लड्डू,मावा ,मावे की मिठाई , नमकीन के कुल 14 नमूने लिए गए। टीम ने दशहरा मेला में दस प्रतिष्ठानों की जांच करते हुए हाथीजाम,मिठाई, पनीर , कचोरा, गोभी के पकोड़े, चटनी सहित कुल दस नमूने लिए थे। नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट में मिलावट पाएं जाने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 को तहत कठोर कार्यवाही की जायेगी। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बताया की दीपावली के त्यौहार तक लगातार मिलावट के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।