पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने राजस्थान में इमोशनल होकर समाप्त की कथा, अब दिल्ली धर्म संसद में हो सकते हैं शामिल?
राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के कुमुद विहार में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 5 दिन की हनुमंत कथा को रविवार को समाप्त किया था। तब धीरेंद्र शास्त्री ने सबको आशीर्वाद देते हुए कहा कि भीलवाड़ा में कब पांच दिन बीत गए पता ही नहीं चला।
सिर्फ 28 साल के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के संवादों की गूंज देश ही नहीं मौजूदा समय में विदेश तक सुनाई देती है। उन्होंने राजस्थान के भीलवाड़ा में 5 दिन की अपनी कथा का समापन इमोशनल होकर किया। अब वो दिल्ली में होने वाली धर्म संसद की तैयारी में जुट गए हैं, ऐसा बताया जा रहा है।
भीलवाड़ा में समाप्त हुई 5 दिन की कथा
राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के कुमुद विहार में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 5 दिन की हनुमंत कथा को रविवार को समाप्त किया था। तब धीरेंद्र शास्त्री ने सबको आशीर्वाद देते हुए कहा कि भीलवाड़ा में कब पांच दिन बीत गए पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के प्रति उत्साह का महाकुंभ देख लग रहा राजस्थान का हिंदू जाग गया है। हमारे पास हनुमान जी हैं, जिनमें हर समस्या का समाधान भी छुपा है। आगे उन्होंने कहा कि हनुमान जी दृष्टि और सृष्टि बदलते हैं, तो सिद्धि और प्रसिद्धि भी प्रदान करते है।
धर्म संसद में शामिल होंगे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?
सनातन न्यास फाउंडेशन के अध्यक्ष और प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सोमवार को ऐलान किया कि सनातन न्यास फाउंडेशन 16 नवंबर को दिल्ली के शाहदरा में धर्म संसद का आयोजन करने जा रहा है जिसमें सरकार से सनातन धर्म की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड के गठन की मांग की जाएगी। आपको बता दें, बीते साल धर्म संसद में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में 'धर्म संसद' का आयोजन किया गया था।
देवकी नंदन ठाकुर ने पिछली सरकारों पर सवाल उठाते हुए कहा कि 75 साल से सिर्फ एक समुदाय के लोगों के हितों की पूर्ति की गई। जो अब हमारे मंदिरों पर अपना दावा ठोक रहे हैं। संसद पर दावा ठोंक रहे हैं। कल देश पर दावा ठोक देंगे। इसीलिए सरकार सनातन बोर्ड का गठन करे। कृष्ण मंदिर बनवाए, पुजारियों व मंदिर में भगवान की सेवा में लगे सभी कर्मियों को 15-15 हजार वेतन दे। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट करने वालों पर कार्रवाई हो।