राजस्थान में AQI अलर्ट, कई जिलों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से स्कूल बंद
राजस्थान में पहली बार प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद करना पड़ा है। खैरथल-तिजारा जिले में खतरनाक AQI स्तर के कारण 20 से 23 नवंबर तक पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। राज्य के कई जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे बच्चों की सेहत पर गंभीर खतरा है।
राजस्थान में बढ़ते प्रदूषण ने एक गंभीर संकट पैदा कर दिया है। राज्य में पहली बार प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। खैरथल-तिजारा जिले में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। इस कारण से जिला प्रशासन ने 20 से 23 नवंबर तक सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए अवकाश घोषित कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों को स्कूल में आकर बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करनी होंगी ताकि उनकी पढ़ाई में रुकावट न आए।
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राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देश
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, खतरनाक AQI स्तर से बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है, इसलिए यह सख्त कदम उठाया गया है।
25 से ज्यादा जिलों का AQI बढ़ा
सर्दी के बढ़ने के साथ ही राज्य के 25 से ज्यादा जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। कई जिलों में प्रदूषण का स्तर 300 से अधिक हो चुका है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, झुंझुनूं का AQI 432, बहरोड़ का 350, भिवाड़ी का 348 और अलवर का 175 दर्ज किया गया है। यह आंकड़े राज्य की गंभीर स्थिति को स्पष्ट करते हैं और सरकारी अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं।
आतिशी ने राजस्थान को बताया प्रदूषण का कारण
दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने राजस्थान को दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का एक प्रमुख कारण ठहराया है, लेकिन राजस्थान सरकार ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि राज्य की आबोहवा में प्रदूषण के बढ़ने का कारण अन्य राज्यों की गतिविधियां हैं। राजस्थान में न तो पराली जलाने का रिवाज है और न ही इतनी अधिक फैक्ट्रियां हैं जिनसे प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ सके।
राजस्थान सरकार की सलाह
राज्य सरकार ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे प्रदूषण के खतरों से सतर्क रहें और मास्क पहनें ताकि स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी संभावित उपाय अपनाएं।
राजस्थान AQI रिकॉर्ड टूटा
यह पहली बार है जब राजस्थान में AQI इतना अधिक दर्ज किया गया है, जिससे राज्य की आबोहवा में खतरे की घंटी बज चुकी है। राज्य सरकार, विशेष रूप से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, इस समस्या के समाधान के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। राज्य की स्थिति को सुधारने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान और कड़े नियमों को लागू किया जा सकता है।
प्रदूषण के कारण सर्दी भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। लोगों को सतर्क रहना होगा और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देना होगा। राजस्थान में बढ़ते प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति ने पूरे राज्य में चिंता का माहौल बना दिया है।