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Rajasthan News: 'बाबा आपकी सरकार नहीं कर रही कार्रवाई', किरोड़ीलाल मीणा से टंकी पर चड़े युवकों ने बयां किया दर्द

राजस्थान में बेरोजगार विद्यार्थियों का गुस्सा फूटा पड़ा। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में हुए पेपर लीक के खिलाफ दो युवक पानी की टंकी पर चढ़ गए। पूर्व मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने किया मनाने का प्रयास, लेकिन छात्रों ने कहा- "मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। 

एक तरफ प्रयागराज में परीक्षा भर्ती को तारीखों को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी राजस्थान में भी बेरोजगार विद्यार्थियों की नाराजगी बढ़ गई है। जहां जयपुर में एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग लेकर दो युवक पानी की टंकी पर चढ़ गए और कहा जबतक सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती है तब तक वह नीचे नहीं उतरेंगे या फिर जान दे देंगे। मामला बढ़ने पर प्रशासन एक्टिव हुआ और युवकों को नीचे उतारने की कोशिश की गई पर कोई उन्होंने एक न सुनी। इसी बीच युवकों को मनाने खुद भजनलाल सरकार के पूर्व मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे। जहां उन्होंने युवको से नीचे उतरने की अपील की और कहा नीचे उतर वरना बिना-कुछ खाये पिये तबियत खराब हो जाएगी। 

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किरोड़ीलाल मीणा के सामने भावुक हुए छात्र

टंकी पर चढ़े दो छात्रों का नाम लादूराम चौधरी और विकास विधूड़ी है। दोनों ने किरोड़ीलाल मीणा से बड़े स्तर पर भर्ती परीक्षा में धांधली होने और पेपर लीक होने की बात कहीं। छात्रों में मीणा से मांग की सबकुछ हो चुका है इसके बाद भी सीएम साइन नहीं कर रहे हैं। हमारे पास मरने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। परीक्षाओं से दो दिन पहले पेपर लीक हो जाता है। समझ नहीं आता करें तो करें क्या, RFSC के दो-दो चेयरमैनों ने पेपरलीक कराया लेकिन अभी तक उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम तैयारी करते हैं,सालभर पड़ते हैं और आखिर में हाथ लगती है तो केवल निराशा। इससे बेहतर हैं हम अपनी जान दे दें। किरोड़ीलाल मीणा से बात करत हुए छात्रों ने आरोप लगाया पेपर लीक में कई बड़े मंत्रियों के साथ अधिकारी शामिल हैं। जिनपर कार्रवाई नहीं हो रही है। 

भजनलाल सरकार की कार्रवाई से नहीं संतुष्ट

बता दें, पेपरलीक मामला 2021 में गहलोत सरकार के कार्यकाल का है। विधानसभा चुनावों में भी ये मुद्दा जोरों से हावी रहा था और बीजेपी ने आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग थी। 10 महीने पहले जब भजनलाल सरकार आई तो पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया और SOG कों मामला सौंपा गया। अभी तक कुल 400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पेपर लीक में हरियाण की कई गैंग का नाम भी सामने आया था। जिसकी जांच की जा रही है। बता दें,एसआई भर्ती परीक्षा के पेपर 30-40 लाख रुपए में बेचे गए हैं। युवकों का कहना है, उन्होंने बीजेपी को इसलिए वोट दिया था ताकि पेपर माफियाओं पर कार्रवाई हो लेकिन इस सरकार में भी छात्रों की हालत जस की तस है।  बहरहाल,बीजेपी सरकार इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है ये देखना दिलचस्प होगा।