Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Udaipur News: खूनी खेल का खूनी अंत, दस लोगों की जान लेने वाला आदमखोर मारा गया, आखिरकार मिला इंसाफ!

वन विभाग की टीमें लगातार इस खूंखार तेंदुए की तलाश में जुटी हुई थीं। गांव वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए थे।

Udaipur News: खूनी खेल का खूनी अंत, दस लोगों की जान लेने वाला आदमखोर मारा गया, आखिरकार मिला इंसाफ!

गोगुंदा गांव, जो कभी अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता था, पिछले एक महीने से एक खूंखार साये में जी रहा था। एक आदमखोर तेंदुए ने गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का ऐसा माहौल बना दिया था कि लोग सूरज ढलने के बाद घरों से बाहर निकलने से भी डरते थे। दस बेकसूर जानें इस दरिंदे का शिकार बन चुकी थीं, जिनमें पांच साल की मासूम बच्ची से लेकर साठ साल के बुजुर्ग तक शामिल थे। हर हमले के बाद, तेंदुआ शिकार के शरीर के कई अंगों को खा जाता था, जिससे उसकी क्रूरता और भी स्पष्ट होती थी। उसका हमला करने का तरीका भी एक जैसा था - पहले गर्दन दबाकर शिकार की जान लेना और फिर शरीर के अंदरूनी अंगों को खा जाना।

इसे भी पढ़िये – ओम बिरला की जीत पर कोटा से दिल्ली तक साइकिल यात्रा, बृजेश योगी का अनोखा संकल्प

आदमखोर तेंदुए का आतंक खत्म

वन विभाग की टीमें लगातार इस खूंखार तेंदुए की तलाश में जुटी हुई थीं। गांव वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए थे। शुक्रवार की सुबह, आखिरकार उस दहशत का अंत हुआ। एक शार्प शूटर ने मदार इलाके में तेंदुए को ढूंढ निकाला और उसे गोली मार दी। गोली लगते ही तेंदुए की मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग की टीम तुरंत मदार के लिए रवाना हो गई ताकि तेंदुए के शव की जाँच की जा सके।

यही था आदमखोर ?

अधिकारियों के अनुसार, आदमखोर तेंदुए की पहचान उसके घिसे हुए या टूटे हुए दांतों से की जा सकती है, क्योंकि ये तेंदुए इंसानी हड्डियों को चबाने की कोशिश में अपने दांत खराब कर लेते हैं। तेंदुए के शव को आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि ये पुष्टि की जा सके कि ये वही आदमखोर तेंदुआ था जिसने इतनी जानें ली थीं।

गोगुंदा में राहत

ये घटना एक दुखद याद दिलाती है कि कैसे इंसान और वन्यजीवों के बीच संघर्ष कभी-कभी दुखद परिणाम दे सकता है। हालांकि कुछ दिन पहले एक और तेंदुए को आदमखोर समझकर मार दिया गया था, लेकिन इस बार गांव वालों को उम्मीद है कि असली अपराधी का अंत हो गया है और वे फिर से शांति से जी सकेंगे।