UP By-Election: वोटों का बंटवारा मीरापुर उपचुनाव का फैसला करेगा, जानें पूरा समीकरण
उत्तर प्रदेश के मीरापुर उपचुनाव में बीजेपी, सपा, बसपा और रालोद के बीच कड़ा मुकाबला। मुस्लिम बहुल इस सीट पर वोटों का बंटवारा किस पार्टी के पक्ष में जाएगा, ये देखना दिलचस्प होगा। पथराव और हिंसा की खबरों के बीच चुनावी माहौल गरमाया हुआ है।
महाराष्ट्र झारखंड के अलावा उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान हो रहा है। कई सीटों पर झड़प और हंगामा की खबरें सामने आईं। इसी बीच पूरे चुनाव में हॉट सीट रहने वाली मीरापुर की चर्चा भी जोरू शोरों से हो रही है। बता दें, यहां पर लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। जिस कारण हल्का बल प्रयोग कर पुलिस ने भीड़ को अलग-थलग किया। इस सीट पर सियासी तापमान उपचुनाव की तारीखों के साथ हाई है। ऐसे में जानेंगे कि आखिर बीजेपी सपा के लिए यह सीट इतनी महत्वपूर्ण क्यों है।
बहुकोणीय मुकाबले में फंसी मीरापुर सीट
मीरापुर सीट पर पहले मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच था लेकिन अब यह दोनों पार्टियों के लिए साख बचाने का सवाल बन गया है। दरअसल, यहां से एनडीए और जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी मिथलेश पाल को चुनौती देने के लिए समाजवादी पार्टी ने सुम्बुल राणा को मैदान में उतारा है। यहां तक तो ठीक था हालांकि बसपा और चंद्र शेखर आजाद ने अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।
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मीरापुर सीट का समीकरण
मीरापुर सीट के आंकड़े उठाकर देख तो यहां पर हमेशा बाहरी चेहरा जीते आया है। सपा और बसपा ने इसी आंकड़ों को देखते हुए प्रत्याशी पर दाव लगाया है लेकिन चंद्रशेखर की पार्टी ने लोकल चेहरे पर दांव खेला है। दूसरा फैक्टर यह भी है कि सपा और बसपा दोनों के प्रत्याशी मुस्लिम है। अगर वोटो का बिखराव होता है तो सपा को नुकसान होने की आशंका है। जिससे लड़ाई और भी ज्यादा रोचक हो गई है।
वोट बंटे तो आसान होगी भाजपा की राह
बसपा-सपा प्रत्याशियों के बीच अगर वोटो का बिखराव होता है तो यह भाजपा के लिए किसी गुड न्यूज़ से कम नहीं है। और उसकी जीत का रास्ता बिल्कुल आसान हो जाएगा। 2022 के चुनाव में विपक्षी गठबंधन से LDA के चंदन वर्मा ने जीत हासिल की थी, हालांकि अब जयंत चौधरी बीजेपी के साथ है। चंदन भी सांसद बन चुके हैं, इसलिए यहां पर उपचुनाव हो रहे हैं। पश्चिमी यूपी में पड़ने वाली यह सीट जयंत चौधरी के लिए विरासत बढ़ाने का चुनाव बन गया है।
मुस्लिम बहुल सीट है मीरापुर
मीरपुर के समीकरणों पर गौर करें तो सीट मुस्लिम बहुल मानी जाती है। यहां पर मुस्लिम वोटर की संख्या करीब 41 फ़ीसदी है इसके बाद जाट और गुर्जर मतदाता आते हैं। वही पाल, दलित, त्यागी वोटर भी सीट पर समीकरण बिगड़ना और बनाने का माद्दा रखते हैं। ऐसे में यहां की जनता किसे चुनती है ये देखना दिलचस्प होगा।