America Election: इतिहास बदलेंगे डोनाल्ड ट्रंप ! जंग की दुनिया में ये होगा अगला कदम
डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। विश्व युद्धों और संकटों से घिरे समय उनकी विदेश नीति क्या होगी? क्या वह शांति लाएंगे या युद्धों को और बढ़ाएंगे?
अमेरिका की जनता ने अपना नेता चुन लिया है। डोनाल्ड ट्रंप देश के 47वें राष्ट्रपति होंगे। 2020 में जो बाइडेन के हाथों करारी हार का सामना करने वाले ट्रंप ने जबरदस्त कमबैक किया है। उन्होंने 2016 में पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति की कमान संभाल थी। उस वक्त उन्होंने एक ऐतिहासिक फैसले लिये थे, ऐसे में 2024 का कार्यकाल कितना खास होने वाला है इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं। पहले कार्यकाल में न तो दुनिया में युद्ध था और न कोविड। अब वह अनुभव के साथ व्टाइट हाउस पहुंचे हैं। वह अपने कई बयानों में कह चुके हैं उनका मकसद युद्ध से अमेरिका को अलग रखना है।
ये भी पढ़ें- अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया में ट्रंप को मिली ऐतिहासिक जीत, समर्थकों के बीच भरी हुंकार
ताकतवर छवि में डोनाल्ड ट्रंप
2024 के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी जीता हासिल की है। उन्होंने 2016 के मुकाबले इस साल और अधिक वोटों से विपक्ष को मात दी है। इतना ही नहीं, उन्होने अमेरिकी सीनेट में भी बहुमत हासिल किया है। दरअसल, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के साथ सीनेट इलेक्शन भी हुए थे। जहां 100 सीटों में से रिपब्लिकन पार्टी को 52 सीटें मिलीं। ऐसे में ट्रंप की टीम बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है।
जंग के बीच अमेरिका ने ट्रंप को चुना
गौरतलब है, ट्रंप का कार्यकाल इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने जिस वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति क कुर्सी सभाली है। उस वक्त दुनिया के कई देश जंग में उलझे हैं। रूस-यूक्रेन की जंग लंबे वक्त से जारी है। जबकि इजरायल-इरान आमने-सामने हैं। इजरायल गाजा,हमास और लेबनॉन में जमकर तबाही मचा रहा है। वहीं, आशंका है ट्रंप के सत्ता में आने के बाद हाल गंभीर हो सकते हैं। वह चुनाव से पहले अमेरिकी जनता से वादा कर चुके हैं कि आम लोगों का पैसा दूसरे देशों को नहीं देंगे। इतन ही नहीं, उन्होंने अमेरिका की तरफ से दी जाने वाली यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य-आर्थिक मदद रोकने की बात कही थी। जबकि इजरायल की बात करें तो बेंजामिन नेतन्याहू-ट्रंप अच्छे दोस्त हैं। वह कई बार इरान पर हमले के लिए समर्थन कर चुके है। ऐसे में ट्रंप की नीतियां और भी खास हो जाएंगी। ऐसे में देखना होगा, दुनिया के दो छोरों पर चल रही ये लड़ाई कैसे खत्म होगी ।
जेलेंस्की को पसंद नहीं करते ट्रंप
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से ट्रंप की अच्छी दोस्ती नहीं है। ट्रंप के बयानों से लगता है वह उन्हे पसंद नहीं करते हैं। एक बार ट्रंप ने अपने बयान में कहा था, जेलेस्की अच्छे सेल्समैन है। जब भी हमारे देश में आती है तो 60 डॉलर से ज्यादा लेकर चले जाते हैं। हर बार यही होता है और ये कभी भी खत्म नहीं होगा। उन्होंने 24 घंटे में युद्ध रुकवाने का दावा भी किया था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा। जिस पुतिन को हराने के लिए पूरा यूरोप एक साथ है, वहां ट्रंप किस तरह एक्शन लेते हैं।