Bageshwar Baba ने महाकुंभ में गैर सनातनी दुकानों को लेकर कही ये बात, बढ़ती मुस्लिम आबादी वाले बयान पर क्या कहते आंकड़े?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की 'महाकुंभ में गैर सनातनियों को खाने पीने की दुकानें नहीं लगाने देना चाहिए' जैसी मांग का समर्थन किया है।
बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। वो अक्सर हिंदु, हिंदुत्व की बातों को लेकर सुर्खियां बटोरते हैं। अब उन्होंने हाल ही में कहा कि 'जिस दिन ये (मुस्लिम) 50 पर्सेंट हो जाएंगे, हर मंदिर में मस्जिद बन जाएगी, तब हिंदुओं को पता चलेगा।', जिसके बाद से सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली। मुस्लिमों की बढ़ती संख्या को लेकर पिछले आंकड़े क्या कहते हैं, चलिए समझते हैं...
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बोले मैं करने वाला हूं पदयात्रा
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि वो भारत में हिंदू समाज के बीच एकजुटता का संदेश लेकर जल्द ही पूरे देश में पद यात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा, "भारत को एक करने के लिए, जाति-पात, भेदभाव, छुआछूत, ऊंच-नीच, अगड़े और पिछड़े की लड़ाई को मिटाने के लिए मैं पदयात्रा करने वाला हूं।" आगे उन्होंने कहा कि "मंदिरों के बाहर ये तो लिखा है कि चप्पल बाहर उतारें, लेकिन जाति-पात बाहर उतारकर आएं ये नहीं लिखा है। मेरी विचारधारा बहुत अलग है, मुझे भारत को बचाना है।"
महाकुंभ को लेकर भी कही बड़ी बात
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की 'महाकुंभ में गैर सनातनियों को खाने पीने की दुकानें नहीं लगाने देना चाहिए' जैसी मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "क्या मक्का-मदीना में हमारे गरीब हिंदू भाइयों को दुकान मिल सकती है, नहीं ना। क्या किसी चर्च के सामने कोई हिंदू कैंडल की दुकान लगा सकता है, नहीं ना। अगर आप को हमारे धर्म के बारे में नहीं पता है। अगर आप को संगम के बारे में नहीं पता है, आप को सत्संग के बारे में नहीं पता है तो आप वहां बिजनेस करके क्या करोगे? क्या आप हमारी पवित्रता को बरकरार रख पाएंगे? हमने इसमें क्या गलत कह दिया था।"
बढ़ती मुस्लिम पॉपुलेशन पर आए थे आंकड़े?
2011 की जनगणना के मुताबिक, भारत की आबादी 121 करोड़ से ज्यादा है। इसमें 96.63 करोड़ हिंदू और 17.22 करोड़ मुस्लिम हैं। भारत की कुल आबादी में 79.8% हिंदू और 14.2% मुस्लिम हैं। 2001 की तुलना में 2011 में भारत की आबादी 17.7% तक बढ़ गई थी। इस दौरान मुस्लिमों की आबादी सबसे ज्यादा करीब 25% तक बढ़ी थी। जबकि, हिंदू 17% से कम बढ़े थे। ईसाइयों की आबादी 15.5%, सिख 8.4%, बौद्ध 6.1% और जैन 5.4% बढ़े थे। वहीं, अगर 1951 से 2011 तक की तुलना की जाए तो सबसे ज्यादा आबादी मुस्लिमों की बढ़ी है. 1951 में 3.54 करोड़ थी, जो 2011 तक 386% बढ़कर 17.22 करोड़ हो गई. जबकि, 1951 में हिंदुओं की आबादी 30.35 करोड़ थी. 2011 तक हिंदुओं की आबादी 218% बढ़कर 96.62 करोड़ पहुंच गई. इसी तरह सिखों की आबादी 235% और ईसाइयों की 232% बढ़ गई