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Dharmendra की दो पत्नी होने पर शॉक्ड थीं बेटी Esha Deol, हेमा मालिनी ने इस तरह बताया था पूरा सच

Dharmendra-Hema Malini: धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल ने धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर और उनकी दूसरी शादी के बारे में उनके स्कूल के दोस्तों ने बताया था। स्कूल के दोस्त ईशा का मजाक उड़ाया करते थे। 

Dharmendra की दो पत्नी होने पर शॉक्ड थीं बेटी Esha Deol, हेमा मालिनी ने इस तरह बताया था पूरा सच

Dharmendra-Hema Malini: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र अपनी फिल्मों के अलावा अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से चर्चा में रहे हैं। प्रकाश कौर के साथ शादीशुदा और चार बच्चों के पिता होते हुए भी उन्होंने हेमा मालिनी से दूसरी शादी की थी। उनकी शादी बिना तलाक दिये हुई थी। धर्मेंद्र ने इस्लाम कबूल कर हेमा से शादी की थी। बता दें कि धर्मेंद्र को पहली शादी से सनी-बॉबी और दो बेटियां हुईं। वहीं हेमा मालिनी से धर्मेंद्र से को 2 बेटी ईशा और अहाना हुईं।  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईशा को अपने पिता की दूसरी शादी के बारे तब मालूम हुआ जब चौथी क्लास में थीं। 
 
राम कमल मुखर्जी द्वारा लिखित हेमा मालिनी की बायोग्राफी 'हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' में ईशा ने बताया कि वह चौथी कक्षा में थी जब एक क्लासमेट ने उससे पूछा, तुम्हारी दो मां हैं ना? यह सवाल सुनकर ईशा चौंक गईं और हैरान होते हुए उन्होंने कहा कि क्या बकवास है! मेरी सिर्फ एक मां है। हालांकि  जब वह घर वापस आई, उसने अपनी मां को स्कूल में हुई इस बातचीत के बारे में बताया।  इसके बाद हेमा मालिनी ने खुद पूरा सच बताने  का फैसला किया। हेमा ने उन्हें बताया कि उनके पिता धर्मेंद्र का एक और परिवार है।

हेमा मालिनी ने बताया पूरा सच
हेमा मालिनी के बताने  के बाद ईशा को समझ में आया कि उनकी मां ऐसे व्यक्ति से शादी की है जो पहले से ही किसी दूसरी महिला से शादीशुदा था और उनका एक परिवार भी था। हालांकि, ईशा को इस बात से कोई बुरा महसूस नहीं हुआ। उन्हें नहीं लगता कि इसमें कुछ भी गलत है। वह अपने माता-पिता को इसका पूरा श्रेय देती हूं कि उन्होंने हमें कभी भी असहज महसूस नहीं कराया।

कभी हेमा मालिनी के पास नहीं रुकते थे पिता
 किताब के अनुसार, ईशा ने बताया कि धर्मेंद्र हर रोज़ उनके पास आते और उनके साथ खाना खाते, लेकिन वे रुकते नहीं थे। वास्तव में अगर वे कभी रुकते भी तो वे सोचते कि क्या वे ठीक हैं। उन्होंने बताया कि जब मैं छोटी थी, तो मैं अपने दोस्तों के घर जाती थी, जहां मैं देखती थी कि उनके माता-पिता दोनों ही आस-पास हैं। तभी मुझे एहसास हुआ कि पिता का आस-पास होना भी सामान्य बात है। लेकिन किसी तरह, हमें इस तरह से तैयार किया गया कि इसका मुझ पर ज़्यादा असर नहीं पड़ा। मैं अपनी मां के साथ बहुत खुश थी और मैं अपने पिता से प्यार करती थी।