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Faridabad News: शादी में किए करोड़ों खर्च, लाखों का दिया कैश, फिर भी नहीं बची दहेज पीड़िता की जान!

Faridabad News: फरीदाबाद से दहेज के लिए पीड़िता से मारपीट होती रही, जिसके चलते 5 महीने से विवाहिता कोमा में चल रही थी और शनिवार को उनकी मौत हो गई। फिलहाल इस मामले में घरेलू हिंसा के साथ-साथ पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

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Faridabad News: फरीदाबाद से फिर एक दहेज की खातिर विवाहिता को मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है। घटना फरीदाबाद की नवादा गांव की है, जहां दिल्ली के बांदापुर की रहने वाली चंचल की शादी ढ़ाई साल पहले नवादा गांव के रहने वाले मोहित से शादी हुई थी। लेकिन दहेज को लेकर उसके साथ मारपीट होती थी। 5 महीने पहले विवाहिता के साथ ससुराल पक्ष ने मारपीट की थी, जिसके चलते वो 5 महीने से कोमा में चल रही थी और शनिवार को उनकी मौत हो गई। फिलहाल इस मामले में घरेलू हिंसा के साथ-साथ पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

2 करोड़ दहेज लेने के बाद भी होती रही मारपीट

विवाहित चंचल को दहेज के लिए उसके पति सास और ससुर ने पीटा, जिसके चलते हुए कोमा में चल रही थी। शनिवार को पीड़िता की मौत हो गई। मृतिका चंचल के भाई धर्मेंद्र ने बताया कि शादी के समय भी उन्होंने चंचल की शादी में लगभग 2 करोड रुपए खर्च किए थे। चंचल के पति और ससुर देवेंद्र ने शादी में दहेज में गाड़ी ना लेकर 32 लाख रुपए कैश दिए थे। लेकिन शादी के बाद से ही उसके पति और सास ,ससुर चंचल को दहेज कम लाने के ताने मार कर उसे टॉर्चर करते रहते थे। बार बार रुपयों की डिमांड करने पर उन्होंने कई बार रुपए भी दिए। इस दौरान चंचल को एक बेटा पैदा हुआ, बेटा पैदा होने के बाद उन्हें लगा कि अब सब कुछ ठीक हो जाएगा। इसके चलते उन्होंने चंचल को बेटा पैदा होने पर छौचक के रूप में 21 लाख रुपए कैश दिए थे। लेकिन फिर भी दहेज के लोभियों की डिमांड कम नहीं हुई। वह अक्सर चंचल के साथ मारपीट करते थे।

मारपीट को लेकर चंचल ने उन्हें कई बार शिकायत की। जिसके बाद पंचायती तौर पर उनके कई बार फैसला और राजीनामा हुआ। लेकिन पिछले 5 महीने पहले चंचल के पति मोहित ,ससुर राजेंद्र और सास ने चंचल के साथ मारपीट की थी। जिसके चलते चंचल को फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। उस घटना की जानकारी भी उन्हें पड़ोसियों द्वारा मिली थी। चंचल का लगभग एक महीने निजी अस्पताल में इलाज चला चंचल लेकिन चंचल कोमा में चली गई। इसके बाद उसके ससुराल वाले उसे एक महीने बाद अस्पताल से निकाल कर घर ले गए। तब से चंचल घर पर ही थी और कोमा में थी। जब वह लोग चंचल से मिलने के लिए जाते भी थे, तब उन्हें पुलिस को साथ लेकर जाना पड़ता था क्योंकि बिना पुलिस में चंचल से उन्हें वह मिलने भी नहीं देते थे।

5 महीने बाद पीड़िता ने तोड़ दिया दम

लेकिन शनिवार को चंचल की उनके घर पर ही मौत हो गई। इस मौत की जानकारी भी उन्हें आसपास के लोगों द्वारा ही मिली थी। फिलहाल अब चंचल के भाई धर्मेंद्र अमर कुमार और चंचल की ताई जगरेश ने चंचल के साथ मारपीट करने वाले उसके पति सास और ससुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल चंचल का फरीदाबाद के बादशाह खान से अस्पताल में पोस्टमार्टम चल रहा है। इसके बाद उसके शव को चंचल की माता-पिता को सौंप दिया जाएगा।

बाइट- उमेश कुमार, एसएचओ

रिपोर्ट- सुधीर पाल