नूंह में सैंकड़ों किसानों ने डंपिंग स्टेशन के खिलाफ किया प्रदर्शन, डिसी को सीएम के नाम का सौंपा ज्ञापन
नूंह में गुरूवार को लघु सचिवालय नूंह परिसर में दर्जनों गांव के सैंकड़ों किसानों ने डंपिंग स्टेशन के विरोध में उपायुक्त के माध्यम से सीएम के नाम का ज्ञापन सौंपा
हरियाणा के नूंह जिले में गुरुवार को लघु सचिवालय परिसर में पहुंचकर दर्जनों गांव के सैंकड़ों किसानों ने डंपिंग स्टेशन के विरोध में उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा को ज्ञापन भेजा. किसानों ने जिस समय उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा से मुलाकात की. उस समय स्थानीय विधायक आफताब अहमद उनके साथ मौजूद रहे. इसके अलावा इनेलो नेता पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, इनेलो नेता तैयब हुसैन घासेडिया के अलावा इंडरी गांव में गत रविवार को हुई महापंचायत की अध्यक्षता करने वाले 44 गांव के चौधरी दीपचंद सहित अन्य गणमान्य लोग व किसान मौजूद रहे. उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा से मुलाकात के बाद स्थानीय विधायक व सीएलपी उपनेता आफताब अहमद, पंचायत के अध्यक्ष दीपचंद, इनेलो नेता तैयब हुसैन घासेडिया एवं इंडरी गांव से संबंध रखने वाले रंजीत नंबरदार ने एक सुर में कहा कि उन्होंने डंपिंग स्टेशन नहीं बनाने को लेकर उपायुक्त नूंह के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा को ज्ञापन भेजा है. उन्होंने कहा कि डंपिंग स्टेशन किसी भी सूरत में बनने नहीं दिया जाएगा.
आपको बता दें कि गुरुग्राम का कूड़ा नूंह जिले के इंडरी गांव में प्रस्तावित डंपिंग स्टेशन में डालने का प्रपोजल था. यह खबर मीडिया में आने के बाद इलाके के लोगों ने इसका पुरजोर तरीके से विरोध शुरू कर दिया. इसको लेकर बीते रविवार को इंडरी गांव के सरकारी स्कूल में दर्जनों गांव के सैंकड़ों किसानों की महापंचायत हुई, जिसमें गुरुवार को डीसी नूंह के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन भेजा.
किसी भी सूरत में डंपिंग स्टेशन को बनने नहीं दिया जाएगा- कांग्रेस विधायक
पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने कहा कि कोई अच्छी परियोजना देने के बजाय नूंह जिले के लोगों को डंपिंग स्टेशन की योजना सरकार के द्वारा देने की कोशिश थी. भले ही सरकार अब प्रस्तावित डंपिंग स्टेशन को लेकर इनकार कर रही हो, लेकिन अंदर ही अंदर कुछ ना कुछ तो जरूर चल रहा था. मीडिया से लेकर गुरुग्राम उपायुक्त ने इसको लेकर अपना खुलासा किया था. आफताब अहमद ने कहा कि डंपिंग स्टेशन को किसी भी सूरत में नूंह जिले में बनने नहीं दिया जाएगा. इससे पहले भी भाजपा ने नूंह जिले के ही कौराली गांव में डंपिंग स्टेशन बनाने की कोशिश की थी.
डंपिंग स्टेशन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं- मुकेश वशिष्ठ
आफताब अहमद ने मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक मुकेश वशिष्ठ के द्वारा दिए गए बयान पर कहा कि उन्होंने कहा कि उनको शायद मालूम नहीं है, इसलिए उन्होंने ऐसी बात कही है. वह किसी जिम्मेदार पद पर बैठे नहीं हैं. लिहाजा जिला प्रशासन इस बात का अपनी तरफ से खुलासा करे. लेकिन उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक होने के नाते डंपिंग स्टेशन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
डंपिंग स्टेशन से वातावरण दूषित होगा- गांव वाले
इसके अलावा 44 गांव के चौधरी दीपचंद के अलावा अन्य लोगों ने कहा कि डंपिंग स्टेशन से वातावरण दूषित होता है. कई प्रकार की बीमारियां फैलेंगी. इस गंदगी के ढेर को नूंह जिले के इंडरी गांव में ही नहीं बल्कि किसी भी गांव में नहीं बनने दिया जाएगा. इसका पुरजोर तरीके से विरोध जारी रहेगा. अगर सरकार ने इस योजना को वापस नहीं लिया तो किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं. कुल मिलाकर डंपिंग स्टेशन को लेकर अब नूंह जिले के किसान आर पार के मूड में नजर आ रहे हैं और उन्होंने डीसी धीरेंद्र खड़गटा से मुलाकात कर दो टूक कह दिया है. कि डंपिंग स्टेशन उन्हें किसी भी सूरत में नहीं चाहिए. बल्कि उन्हें प्रशासन से उम्मीद है कि वह नूंह जिले के किसानों का साथ देंगे और गुरुग्राम शहर के कूड़े का ढेर नूंह जिले में नहीं लगने देंगे. ध्यान रहे कि गुरुग्राम जिले का डंपिंग स्टेशन बंधवाड़ी गांव में है, जहां स्थानीय लोग उसका जमकर विरोध कर रहे हैं. इसलिए प्रशासन इंडरी गांव में डंपिंग स्टेशन बनाने पर जोर दे रहा है.
रिपोर्ट- ताहिर हुसैन