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क्या है अर्ली वार्निंग सिस्टम,जो रोक सकता था वायनाड की तबाही! केंद्र सरकार ने भी उठाये सवाल

Early Warning System: गृह मंत्री अमित शाह ने वायनाड में आई त्रासदी को लेकर सदन में अर्ली वार्निंग सिस्टम का मुद्दा उठाया है।साथ ही वायनाड सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए है।

क्या है अर्ली वार्निंग सिस्टम,जो रोक सकता था वायनाड की तबाही! केंद्र सरकार ने भी उठाये सवाल

Early Warning System: केरल के वायनाड में आई भारी तबाही और खत्म होती जिंदगियों की चर्चा पूरे देश में हो रही है। सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर वायनाड में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से सिर्फ 3 दिन में 300 से ज्यादा लोगों की मौत कैसे हो गई और बड़ी संख्या में लोग लापता कैसे हो गए? ये भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या मौसम विभाग को पहले से इसका अंदाजा नहीं लग पाया, जिससे लोगों को बचाया जा सकता था। इन सबके बीच अर्ली वार्निंग सिस्टम की चर्चा तेज हो गई। अर्ली वार्निंग सिस्टम क्या है और ये कैसे काम करता है आइये आपको बताते हैं।

कहां से उठा अर्ली वार्निंग सिस्टम का मुद्दा

आपको बता दें कि अर्ली वार्निंग सिस्टम का मुद्दा गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में उठाया। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने केरल की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। अमित शाह ने कहा कि केरल सरकार को 4 दिन पहले ही 4 वॉर्निंग दी गई थी। फिर भी वायनाड को विनाश के लिए छोड़ दिया गया। अमित शाह ने बताया कि पहली वॉर्निंग 23 जुलाई को दी गई थी। उसके बाद 24 जुलाई को दूसरी वॉर्निंग दी गई। तीसरी वॉर्निंग 25 जुलाई को और चौथी वॉर्निंग 26 जुलाई को दी गई। लेकिन उसके बावजूद भी वायनाड सरकार ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया।

वायनाड आपदा की जिम्मेदार है राज्य सरकार!

अमित शाह ने राज्यसभा में बताया कि 26 तारीख को ही केंद्र सरकार की तरफ से अलर्ट भेजा गया कि 20 सेंटीमीटर से ज्यादा वर्षा होगी, जिससे लैंडस्लाइड होने की संभावना है। साथ ही भारी मड (कीचड़) आने की संभावना है जिसमें लोगों की दबकर मौत भी हो सकती है। अमित शाह ने यह भी कहा कि देश में 2016 से अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रोजेक्ट चालू हुआ, जिसमें भारत 2023 में दुनिया का सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम बनाने में कामयाब रहा। दुनिया में सिर्फ 4 देश ही इस तरह की घटनाओं के बारे में 7 दिन पहले अनुमान बता सकते हैं, जिनमें से हम एक हैं। लेकिन इन सबके बावजूद भी वायनाड सरकार ने लापरवाही बरती और लोगों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ किया।

कैसे काम करता सिस्टम

जानकारों ने बताया कि जब भी केंद्र सरकार को अर्ली वार्निंग सिस्टम से इस तरह की किसी भी घटना के बारे में सूचना मिलती है तो वह सबसे पहले उस राज्य की सरकार को इसके बारे में जानकारी देती है। इसे लिए केंद्र की तरफ से वहां के सीएम आफिस को मेल पर फैक्स करके सूचना दी जाती है। जब यह सूचना राज्य सरकार को मिलती है तो वह उस जिले के जिलाधिकारी को इस बारे में सूचित कराता है. अगर अलर्ट बड़ा होता है तो इस बारे में राज्य के मुख्यमंत्री को भी सूचना दी जाती है जिसके बाद राज्य सरकार खुद घटना से निपटने के लिए तुरंत एक्शन टीम का गठन करता है। वहीं अमित शाह का कहना है कि उन्होंने 4 दिन में राज्य सरकार को चार बार वॉर्निंग दिया।

भारत के पास सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम

आपको बता दें कि देश में 2016 से अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रोजेक्ट चालू हुआ, जिसमें भारत 2023 में दुनिया का सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम बनाने में कामयाब रहा है। बड़ी बात यह है कि दुनिया में सिर्फ 4 देश ही इस तरह की घटनाओं के बारे में 7 दिन पहले अनुमान बता सकते हैं, जिनमें से हम एक हैं।