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शतरंज की दुनिया में हिंद के 'लाल' की बादशाहत, चीन को दी ऐसी मात, टेंशन में आए शी जिनपिंग, PM मोदी ने दिया ये 'धाकड़ बयान

18 साल के डी गुकेश ने, जिसने चीन के दामन पर ऐसा दाग लगाया है जिसे चीन कभी भूल नहीं सकता. अब वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में भारत के लाल ने अपना परचम लहराया है.

शतरंज की दुनिया में हिंद के 'लाल' की बादशाहत, चीन को दी ऐसी मात, टेंशन में आए शी जिनपिंग, PM मोदी ने दिया ये 'धाकड़ बयान

कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों.... ! इस कहावत को फिर एक बार सच कर दिखाया है 18 साल के डी गुकेश ने, जिसने चीन के दामन पर ऐसा दाग लगाया है जिसे चीन कभी भूल नहीं सकता, उधर टीम इंडिया के खिलाड़ी सात समंदर पार कंगारुओं को रौंदने की प्लानिंग में थे कि इधर चेस चैंपियनशिप में डी गुकेश ने न सिर्फ ऐतिहासिक जीत दर्ज की बल्कि चीन की बादशाहत को भी खत्म कर दिया है, साथ ही अपने नाम एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जिसने करोड़ों हिंदुस्तानियों को झूमने पर मजबूर कर दिया है. 

करोड़ों देशवासियों का सीना किया गर्व से चौड़ा
दरअसल एक ओर जहां क्रिकेट में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशीप की चर्चा है तो वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड चेस चैपिंयनशीप में चेन्नई से आने वाले डी गुकेश ने शानदार जीत दर्ज की. उन्होंने चैंपियनशीप के फाइनल मुकाबले जो की सिंगापुर में चल रहा था वहां चीन के चेस मास्टर डिंग लिरेन को करारी शिकस्त दी जिसने 140 करोड़ देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है, काले मोहरों के साथ खेलते हुए डी गुकेश ने 14वीं बाजी में चीन के खिलाड़ी को हराया और खिताब पर कब्जा जमाया. इसके साथ ही डोम्माराजू गुकेश ने भारत के पूर्व चेस मास्टर विश्वनाथन आनंद की बराबरी कर ली है. 

सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बने
रिपोर्ट्स की मानें तो डी गुकेश ने काले मोहरों से ऐसी चाल चली जिसने सबको हैरान कर दिया और वो शतरंज की दुनिया के सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं, और विश्वनाथन आंनदन के क्लब में शामिल हुए है,. दरअसल डी गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियन बनने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी है, जबकि विश्वनाथन आनंदन पहले खिलाड़ी है, 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन आनंद ने आखिरी बार खिताब 2013 में जीता था.

PM मोदी ने दी D गुकेश को बधाई
वहीं PM मोदी ने भी सोशल मीडिया में एक्स प्लेटफॉर्म पर डी गुकेश को विश्व चैंपियन बनने की बधाई दी है, एक्स पर उन्होंने लिखा है कि गुकेश डी को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई, ये उनकी अद्वितीय प्रतिभा, कड़ी मेहनत और अटूट दृढ़ संकल्प का परिणाम है. इसके साथ ही उन्होंने इसके आगे ये भी लिखा है कि इस जीत ने न केवल शतरंज के इतिहास में उनका नाम दर्ज किया बल्कि लाखों युवा दिमागों को बड़े सपने देखने और उत्कृष्टता हासिल करने को प्रेरित किया है. 

चीन की अकड़ निकालने वाले डी गुकेश कौन ?
माथे पर चंदन लगाकर जिस तरह से डी गुकेश ने चीन की अकड़ निकाली है उसके बाद हर कोई गदगद है, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी एक्स पर डी गुकेश को बधाई दी है. आपको बता दें डी गुकेश तमिलनाडु के चेन्नई के रहने वाले हैं, उनके पिता पेशे से एक डॉक्टर है, डी गुकेश का जन्म 29 मई 2006 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था, रिपोर्ट्स के मुताबिक डी गुकेश के पिता डॉ. रजनीकांत है जो गले और नाक-कान के सर्जन है, जबकि उनकी मां पद्धा माइक्रोबायोलाजिस्ट हैं, ऐसा बताया जाता है कि डी गुकेश ने महज 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था, और 12 साल की उम्र तक आते-आते वो चेस के ग्रैंड मास्टर बन गए थे, दरअसल ग्रैंड मास्टर चेस का एक खिताब है, जिसे डी गुकेश ने हासिल किया था और वो ऐसा करने वाले शतरंज की दुनिया में तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी थे. बता दें एशियन गेम्स में भी डी गुकेश अपना जौहर दिखा चुके हैं.