सांसद राजकुमार रोत ने आदिवासी दिवस के अवसर पर उठाई भील प्रदेश की मांग, बोले- ‘यही लोग पांच साल बाद भील प्रदेश बनाएंगे’
राजस्थान से सांसद राजकुमार रोत ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर हुंकार भरते हुए फिर से भील प्रदेश की मांग उठाई. उन्होंने कहा यही सरकार आने वाले पांच साल में भील प्रदेश बनाएगी.
सांसद राजकुमार रोत ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर डूंगरपुर में कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए फिर से भील प्रदेश की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा पहले अपने लोगों के साथ मिलकर आदिवासी शब्द का विरोध करते थे. ये लोग पहले आदिवासियों को वनवासी कहते थे. आज वहीं लोग आज आदिवासी शब्द पर आ गए है. यही लोग पांच साल बाद भील प्रदेश बनाएगे.
आदिवासियों का सबसे बड़ा त्योहार विश्व आदिवासी दिवस
राजकुमार रोत ने भाषण देते हुए कहा कि विश्व आदिवासी दिवस हमारे लिए दिवाली और होली से भी बड़ा त्यaहार है. आदिवासी समाज के लिए ये सबसे बड़ा दिना होता है. उन्होंने आगे कहा कि आज सभी साथियों को वो समय याद आ रहा है. जब साल 2015 और 2016 में हमने आदिवासी दिवस मनाने के लिए कलेक्टर जा कर जगह मांगी थी. लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई जगह नहीं दी गई थी. हमने कई जगह हाथ-पैर मारे लेकिन सरकार ने कहीं भी जगह नहीं दी ना ही परमिशन दी. जिसके बाद हमना सोहनलाल के घर में पहली बार आदिवासी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया.
‘ये विचारधारा नई क्रांति लेकर आएगी’
सांसद रोत ने कहा कि जब हम लोग ने आदिवासी दिवस मनाने की शुरूआत की थी. तो कई लोग हमको तने मारा करते थे. लेकिन मुझे इस विचारधारा पर गर्व है. आज आदिवासी के घर में छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े तक में आदिवासी दिवस को लेकर जनून और उत्साह काफी है.
‘मानव जीवन बचाने के लिए आदिवासी की जरूरत है’
रोत ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस मनाने कि लिए विद्वान इसलिए तैयार हो गए है. क्योंकि उन्हें पता है अगर मानव जीवन को बचाना है. तो प्रकृति और कुदरत को बचाना जरूरी है और जल, जंगल और जमीन रक्षा के लिए आदिवासी लोगों की जरूरत है.