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Jaipur News: 50₹ का किराया, 50 बसों का चालान! राजस्थान-हरियाणा पुलिस में तनाव, वर्दी की आड़ में किराए से इंकार, फिर...

हरियाणा की एक महिला पुलिसकर्मी राजस्थान रोडवेज की बस में सवार थीं। बस कंडक्टर ने जब उनसे किराया मांगा तो उन्होंने वर्दी का हवाला देते हुए देने से इनकार कर दिया। कंडक्टर ने नियमों का हवाला देते हुए किराया देने पर जोर दिया।

Jaipur News: 50₹ का किराया, 50 बसों का चालान! राजस्थान-हरियाणा पुलिस में तनाव, वर्दी की आड़ में किराए से इंकार, फिर...

राजस्थान रोडवेज और हरियाणा पुलिस के बीच एक छोटी सी चिंगारी ने बड़ा रूप धारण कर लिया है। मामला शुरू हुआ एक बस के किराए से, जो धीरे-धीरे बढ़ता गया और अब दोनों राज्यों की पुलिस और परिवहन विभाग आमने-सामने हैं।

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वर्दी की आड़ में किराए से इंकार

कहानी कुछ यूं है कि हरियाणा की एक महिला पुलिसकर्मी राजस्थान रोडवेज की बस में सवार थीं। बस कंडक्टर ने जब उनसे किराया मांगा तो उन्होंने वर्दी का हवाला देते हुए देने से इनकार कर दिया। कंडक्टर ने नियमों का हवाला देते हुए किराया देने पर जोर दिया। इस बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। यहां तक कि अन्य यात्रियों ने भी महिला पुलिसकर्मी से किराया देने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कहा, "वर्दी में होने पर भी किराया दूंगी मैं?"

50 चालानों का बदला !

इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने जैसे बदले की भावना से काम लिया। अगले दो दिनों में उन्होंने राजस्थान रोडवेज की 50 से ज्यादा बसों के चालान काट दिए। कहा जा रहा है कि इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस ने भी हरियाणा पुलिस का साथ दिया। एक वायरल वीडियो में दिल्ली पुलिस का एक अधिकारी राजस्थान रोडवेज की बस का चालान काटते हुए फोन पर किसी से कह रहा है कि जितना हो सका उतना चालान काट दिया है। चालान के कारण बताए जा रहे हैं - बिना लाइसेंस, बिना सीट बेल्ट, बिना स्टैंड सवारी उठाना, बदतमीजी करना आदि।

राजस्थान रोडवेज की कई बसों के हरियाणा पुलिस ने काटे चालान, क्योंकि फ्री में बैठी महिला पुलिसकर्मी से कंडक्टर ने किराया मांग लिया था।

— Alok Khandelwal (@AlokKhandelwall)

परिवहन विभाग Vs पुलिस

इस घटनाक्रम से राजस्थान रोडवेज में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने अपने ड्राइवरों और कंडक्टरों को सचेत करते हुए नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। अब देखना होगा कि राजस्थान के परिवहन मंत्री इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं और यह तनाव कैसे कम होता है। क्या ये मामला बातचीत से सुलझेगा या फिर यह अंतर्राज्यीय विवाद का रूप ले लेगा? फिलहाल, दोनों राज्यों के परिवहन विभाग और पुलिस के बीच ठनी हुई है।