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Rajasthan by-elections: किरोड़ीलाल मीणा के तेवर से बैकफुट पर BJP? इस वजह से जगमोहन मीणा को दिया टकट !

राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, जिसमें किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को दौसा से टिकट दिया गया है। यह फैसला पार्टी की रणनीति और दौसा सीट के महत्त्व को दर्शाता है, जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर है।

Rajasthan by-elections: किरोड़ीलाल मीणा के तेवर से बैकफुट पर BJP? इस वजह से जगमोहन मीणा को दिया टकट !

राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनावों के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में पार्टी ने फायर ब्रांड नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को उम्मीदवार बनाया है। बता दें, जब से राज्य में बीजेपी की सरकार आई है किरोड़ी लाल स्थानीय मुद्दों के साथ सरकार के खिलाफ भी मुखर नजर आ रहे हैं। उन्होंने बीते महीनों भजनलाल शर्मा की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया थाा। ऐसे में उनके भाई को टिकट देना का फैसला इस बात की ओर भी इशारा कर रहा है कि हाईकमान मीणा को नाराज करने के मूड में नहीं है। इससे इतर बीते दिनों मीणा दिल्ली गए थे,जहां उन्होंने भाई के लिए टिकट मांगी थी। 

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मीणा परिवार को मिलेगा तीसरा विधायक !

बता दें, अगर दौसा से जगमोहन मीणा जीत दर्ज करते हैं तो वह मीणा से तीसरे विधायक होंगे। खुद किरोड़ी लाल मीणा ने सवाई माधोपुर से जीत हासिल की थी,जबकि महुआ से उनका भतीजा राजेंद्र विधयाक है। अगर ऐसे में दौसा उपचुनाव पर हर किसी के नजरें टिकी हैं। गर वह विजयी होते हैं तो बीजेपी में किरोड़ी लाल मीणा का दर्जा और बढ़ जाएगा। गौरतलब है, जगमोहन सिंह मीणा ने बीजेपी से लोकसभा चुनाव की टिकट मांगी थी लेकिन पार्टी ने इसे नजरअंदाज करते हुए कन्हैयालाल मीणा को चुनाव लड़ाया था। हालांकि आलाकमान का ये दांव उलटा पड़ा और सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। ऐसे में लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए पार्टी कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है। दौसा किरोड़ी लाल का गढ़ मना जाता है। ऐसे में वह चुनाव प्रसार से लेकर जमीनीं स्तर पर सक्रिय रहेंगे जो बीजेपी को ये सीट जिता सकता हैं।

हॉट सीटों में एक दौंसा सीट 

बीजेपी ने किरोड़ी लाल मीणा के भाई को दौंसा से टिकट देकर चुनावी सरगर्मी बढ़ा दी है। यहां से कांग्रेस ने अभी तक प्रत्याशी का ऐलान किया है। इस सीट की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के रोड शो से लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने दौरे किये थे लेकिन इसके बाद भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा और कांग्रेस से मुरारी लाल मीणा ने जीत दर्ज की। इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस-बीजेपी के बीच रहता है। एक तरफ किरोड़ी लाल मीणा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट। इसी सीट से पायलट ने राजनीति की शुरुआत की थी। ऐसे में दौसा सीट दोनों पार्टियों के लिए साख बचाने की चुनौती है। 

आलाकमान ने शांत किया किरोड़ी का मसला !

बता दें, जब से भजनलाल कैबिनेट से किरोड़ी लाला मीणा ने इस्तीफा दिया था। वह राज्य सरकार के खिलाफ मुखर हो गए थे, यहां तक बार तो स्थिति टकराव तक पहुंच गई थी। जिस कारण कई बार बीजेपी और प्रदेश सरकार की फजीहत हुई थी। ऐसे में जगमोहन मीणा को टिकट देर पार्टी ने सरकार में शांति प्रस्ताव की ओर इशारा किया है। वहीं,उम्मीद तो ये भी है किरोड़ी अपना इस्तीफा वापस लेंगे। हालांकि ये कयास कितने सच है तो ये केवल किरोड़ी लाल मीणा ही बता सकते हैं।