Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

Rajasthan Flood: रेगिस्तान में जल प्रलय ! दूर-दर तक पानी का सैलाब, यूं कराह रहा राजस्थान

राजस्थान में मानसून की तबाही! पिछले 50 सालों के रिकॉर्ड टूटे, नदी-नाले उफान पर, कोटा डैम के 8 गेट खोले गए। मध्य प्रदेश में बारिश से चंबल नदी में पानी का सैलाब।

Rajasthan Flood: रेगिस्तान में जल प्रलय ! दूर-दर तक पानी का सैलाब, यूं कराह रहा राजस्थान

रेतीले रेगिस्तान में नदी-नाले ऊफान पर है, चारो तरफ केवल पानी का सैलाब है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात है और रेगिस्तान दूर-दूर तक केवल जल प्रलय दिखाई दे रही है। ये हम नहीं बल्कि राजस्थान से सामने आ रही तस्वीरें कह रही हैं। इस बार मानसूनी बारिश ने पिछले 50 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। बीते साल के अपेक्षा इस साल राज्य में 157 फीसदी बारिश अधिक हुई। वहीं, लौटता मानसून भी तबाही मचा रहा है। कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। यहां तक कोटा में लगातार हो रही बारिश के बाच चंबल सिंचाई परियोजना के कोटा डैम के लगभग 8 गेट खोलने पड़े और चंबल नदी में 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

ये भी पढ़ें-

एमपी की बारिश राजस्थान के लिए मुसीबत

बता दें, प्रदेश में अब मानसून धीर-धीरे लौटने लगा है लेकिन जाते-जाते बदरा जमकर बरस रहे हैं। मध्य प्रदेश में बारिश के कारण गांधी सांगर डैम ओवरफ्लो हो गया। जिसके बाद तीन गेट खोलने पड़े और चंबल नदी में पानी छोड़ दिया। जिस वजह से जवाहर सागर राणा प्रताप सागर बांध में भी पानी की आवाक जारी है। वहीं राहत भरी खबर ये है कि सभी बांधों में पर्याप्त पानी आया है। जिससे किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिल सकेगा। 

कोटा बैराज का बढ़ा जलस्तर 

राजस्थान के लिए पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश की बारिश आफत बन गई है। एमपी में हो रही बारिश के कारण माही डैम और कोटा बैराज का जलस्तर बढ़ गया। जिस कारण 8 गेट खोलकर लगभग सत्तर हाजर क्यूसेक पानी की निकासी की गई। बता दें,कोटा बैराज में जवाहर सागर बांध से पानी की आवक जारी है। जवाहर सागर में एपसी के बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। जिस कारण बैरान से पानी की निकासी आने वाले दिनों में बढ़ाई जा सकती है।