Sikar news: शरीर में थी ऐसी खतरनाक बीमारी... एक इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ 50 लाख, पढ़िए रिपोर्ट
इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी ने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत 8 करोड़ 50 लाख रुपये का योगदान दिया है।
राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना के मासूम अर्जुन को आखिरकार 17 करोड़ 50 लाख रुपये का इंजेक्शन लगा दिया गया है। अर्जुन स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित था। इस बीमारी का इंजेक्शन अर्जुन को देने के लिए ऑस्ट्रिया से मंगवाया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि अर्जुन की तबीयत अब पूरी तरह ठीक है। इंजेक्शन लगाने की प्रक्रिया एक घंटे से अधिक समय तक चली।
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इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी ने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत 8 करोड़ 50 लाख रुपये का योगदान दिया है। सीकर जिले के नीमकाथाना में रहने वाले अर्जुन को स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी नामक बीमारी का इंजेक्शन लगाया गया है। इस इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ 50 लाख रुपये है। कीमत अधिक होने के कारण इंजेक्शन समय पर नहीं दिया जा सका। यह इंजेक्शन अर्जुन को 5 मई को दिया जाना था, लेकिन पैसे नहीं जुट सके। पैसे के अभाव में इंजेक्शन नहीं लाया जा सका। जुलाई में पैसों का इंतजाम करने के बाद इंजेक्शन के लिए अर्जुन की कई जांचें कराई गईं। सब कुछ ठीक न होने पर जुलाई में इंजेक्शन नहीं दिया गया। अब जांच में सब कुछ पॉजिटिव पाए जाने के बाद डॉक्टरों ने शनिवार को अर्जुन को इंजेक्शन लगाया है।
क्या कहा इलाज करने वाले डॉक्टर ने?
डॉक्टर ने बताया कि अर्जुन को 28 महीने बाद इंजेक्शन लगाया गया। उन्होंने बताया कि देश में अब तक इस बीमारी के चार मरीज मिल चुके हैं। इससे पहले भी तीन बच्चों को यह इंजेक्शन लगाया जा चुका है। तीनों बच्चे स्वस्थ हैं। डॉक्टर ने यह भी बताया कि इस बीमारी के कारण बच्चे ठीक से बैठ नहीं पाते हैं। इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का इलाज 24 महीने तक ही किया जाता है। उम्र बढ़ने के बाद इसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है।