उदयपुर चाकू कांड : जिसे आरोपी का घर समझ प्रशासन ने चलाया बुलडोजर वो निकला किसी और का ? जानिए क्या है माजरा
रिपोर्ट के मुताबिक बुलडोजर से मकान ढहाने से पहले नगर निगम के अधिकारियों ने उसका बिजली कनेक्शन काट दिया। इसके बाद मकान को खाली कराया गया। जब यह सुनिश्चित हो गया कि मकान के अंदर कोई नहीं है
उदयपुर में साथी छात्र को चाकू मारकर घायल करने वाले आरोपी छात्र के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। उसके मकान पर बुलडोजर चला दिया गया। प्रशासन ने शहर के खांजीपीर की दीवानशाह कॉलोनी में बने इस मकान को अवैध निर्माण बताते हुए बुलडोजर चलाया। प्रशासन ने मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई को अंजाम दिया ।
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मकान ढहाने से पहले काटा बिजली का कनेक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक बुलडोजर से मकान ढहाने से पहले नगर निगम के अधिकारियों ने उसका बिजली कनेक्शन काट दिया। इसके बाद मकान को खाली कराया गया। जब यह सुनिश्चित हो गया कि मकान के अंदर कोई नहीं है, तब दो जेसीबी से मकान ढहाने की प्रक्रिया शुरू की गई। अधिकारियों का दावा है कि मकान का जो हिस्सा ढहाया गया वह अवैध था।
किराए पर रहता था आरोपी का परिवार
रिपोर्ट के मुताबिक नगर निगम और वन विभाग ने अवैध निर्माण को लेकर मकान पर नोटिस चिपकाया था। इसमें परिवार को मकान खाली करने के लिए 3 दिन का समय दिया गया था। हालांकि शनिवार को ही मकान खाली करवाकर उसे गिरा दिया गया। यह भी पता चला है कि नगर निगम की टीम ने जिस मकान को गिराया, वह आरोपी छात्र के पिता का नहीं था। वे इस मकान में किराए पर रह रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक घटना की गंभीरता को देखते हुए झड़प वाले इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। चाकू के हमले से घायल छात्र की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है। जिस अस्पताल में छात्र का इलाज चल रहा है, वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
उदयपुर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि बच्चे को उचित उपचार मिले। बच्चे की हालत में सुधार हुआ है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि अफवाह न फैलाएं। आरोपियों को हिरासत में लिया गया है ताकि पता लगाया जा सके कि उन्हें अवैध हथियार कहां से मिले।"