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राजनीति की रणनीति… आखिर कौन लड़ेगा अमेठी-रायबरेली से चुनाव ?

यूपी की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है। यहां जल्द ही नॉमिनेशन शुरू होने वाले हैं। लेकिन पार्टी ने चेहरा घोषित नहीं किया है। इसे लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं। अब पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी का बयान आया है।

राजनीति की रणनीति… आखिर कौन लड़ेगा अमेठी-रायबरेली से चुनाव ?

यूपी की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है। यहां जल्द ही नॉमिनेशन शुरू होने वाले हैं। लेकिन पार्टी ने चेहरा घोषित नहीं किया है। इसे लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं। अब पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी का बयान आया है।

अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा ?

यह अभी भी साफ नहीं हुआ है। पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी से हार का सामना करना पड़ा था। जबकि सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद बनी थीं लेकिन अब वह राज्यसभा चली गई हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कब तक पत्ते खोलेगी। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने संकेत दिया है कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में से कोई यूपी की किसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता ए.के. एंटनी ने रायबरेली और अमेठी से प्रियंका और राहुल गांधी के चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।

ए.के. एंटनी ने दिए संकेत

ए.के. एंटनी ने एक इंटरव्यू में संकेत दिया कि राहुल या प्रियंका में से कोई एक उत्तर प्रदेश की किसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। एंटनी ने एक मीडिया आउटलेट को दिए इंटरव्यू में कहा, 'आप अमेठी और रायबरेली को लेकर फैसले का इंतजार करें। अटकलें न लगाएं, गांधी परिवार का एक सदस्य उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ेगा।

रॉबर्ट वाड्रा पर भी खत्‍म किया सस्‍पेंस

जब उनसे पूछा गया कि क्या रॉबर्ट वाड्रा उम्मीदवार होंगे तो उन्होंने यह भी संकेत दिया कि ऐसा नहीं होगा। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को गांधी परिवार पर पूरा भरोसा है। एंटनी का यह बयान कभी गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली और अमेठी के लिए कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा में देरी के बीच आया है।

यूपी कांग्रेस की लगातार मांग

उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस लंबे समय से केंद्रीय नेतृत्‍व से मांग कर रही है कि यूपी की किसी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के किसी सदस्‍य को जरूर चुनाव लड़ना चाहिए। यूपी कांग्रेस अध्‍यक्ष अजय राय ने पिछले दिनों कहा था कि गांधी परिवार के किसी सदस्‍य को यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए। इससे कार्यकर्ताओं में जोश और उत्‍साह का संचार होगा।

बता दें कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटें गांधी परिवार की परंपरागत रही हैं और वर्षों से यहां कांग्रेस का दब-दबा रहा है। हालांकि, 2019 के चुनाव में अमेठी का किला ढह गया था और बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हरा दिया था। इस बार बीजेपी ने फिर स्मृति को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसी रायबरेली में अब तक ना बीजेपी और ना कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित किए हैं। इन दोनों सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है। 26 अप्रैल से 3 मई तक नामांकन भरे जाएंगे।।

2019 में राहुल गांधी को मिली थी हार

राहुल गांधी 2014 में अमेठी से जीते थे लेकिन 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे। उनकी मां सोनिया गांधी ने 2014 के साथ-साथ 2019 में भी रायबरेली से जीत हासिल की थी। लेकिन उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी। ये भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा को भी दोनों सीटों में से किसी एक से उतारा जा सकता है।

लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश की 80 सीट पर सभी सात चरणों में मतदान होना है। अंतिम चरण का मतदान 1 जून को समाप्त होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य में अकेले 62 सीट जीती थीं। जबकि 2014 के चुनावों में उसे 71 सीट मिली थीं। उसके सहयोगी दलों ने भी दोनों बार कुछ सीट जीतीं।

यूपी की कौन सी सीटों पर लड़ेंगी कांग्रेस?

कांग्रेस उत्तर प्रदेश की बांसगांव, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, मथुरा, सीतापुर, सहारनपुर, देवरिया, वाराणसी, गाजियाबाद, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी, प्रयागराज, महाराजगंज, रायबरेली, अमेठी और कानपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। इनमें से केवल अमेठी, रायबरेली और प्रयागराज सीट से उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया गया है।

यूपी की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है। यहां 15 दिन बाद नॉमिनेशन शुरू होने वाले हैं। लेकिन पार्टी ने चेहरा घोषित नहीं किया है। ।इसे लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।