क्या हुआ जब जयपुर राजघराने ने ताजमहल पर कर दिया दावा
राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी हमेशा सुर्खियों में रहती हैं. कई बार ऐसे मौके आए हैं जब उनके दावों ने सबको चौंका कर रख दिया.
राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी हमेशा सुर्खियों में रहती हैं. कई बार ऐसे मौके आए हैं जब उनके दावों ने सबको चौंका कर रख दिया. कुछ ऐसा ही तब हुआ जब राजकुमारी दिया कुमारी ने ताजमहल को लेकर दावा कर दिया.
जयपुर की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने दावा किया था कि जिस जमीन पर ताज महल बनाया, वह उनके परिवार की थी. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास ऐसे दस्तावेज अभी भी मौजूद हैं जो जमीन पर जयपुर शाही परिवार के दावे को दर्शाते हैं. राजकुमारी दीया कुमारी की उस टिप्पणी के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में एक याचिका दायर हुई. इस याचिका में एएसआई से हिंदू मूर्तियों की उपस्थिति की जांच के लिए ताज महल के 22 बंद कमरों की जांच करने के लिए कहा गया. दिया कुमारी ने इस याचिका का समर्थन भी किया था.साथ ही टिप्पणी करते हुए कहा था कि इसकी जांच होनी चाहिए कि ताज महल बनने से पहले वहां क्या था.
लोगों को यह जानने का अधिकार है कि ताज महल से पहले मूल रूप से यहां क्या था.साथ ही दिया ने यह दावा भी किया कि जयपुर राजपरिवार के पास रिकॉर्ड उपलब्ध हैं और इन्हें मुहैया भी कराया जाएगा. दीया ने दावा किया था कि शाहजहां ने उनके परिवार की जमीन पर कब्जा किया. ज़मीन के बदले मुआवज़ा दिया तो गया लेकिन कितना स्वीकृत हुआ या नहीं इसके को लेकर पोथीखाना में मौजूद रिकॉर्ड में देख सकते हैं. लेकिन ज़मीन जयपुर राज परिवार की थी और शाहजहां ने इसे हासिल किया. उन्होंने कहा, ''चूंकि कोई न्यायपालिका नहीं थी, इसलिए कोई अपील नहीं की जा सकती थी.