कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी की दरियादिली आई सामने, मानसिक रोगी को जंजीर से आजाद कराया
जालौर सिरोही लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद गहलोत परिवार चुनाव प्रचार में लगा हुआ है. ऐसे में कांग्रेस के प्रत्याशी वैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी गहलोत जालौर जिले में जोरशोर से प्रचार में जुटी हैं. अलग-अलग अंदाज में हिमांशी गहलोत के प्रचार के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे हैं, लेकिन हिमांशी गहलोत का एक वीडियो और तस्वीर इन दिनों सुर्खियों में है.
जालौर सिरोही लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद गहलोत परिवार चुनाव प्रचार में लगा हुआ है. ऐसे में कांग्रेस के प्रत्याशी वैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी गहलोत जालौर जिले में जोरशोर से प्रचार में जुटी हैं. अलग-अलग अंदाज में हिमांशी गहलोत के प्रचार के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे हैं, लेकिन हिमांशी गहलोत का एक वीडियो और तस्वीर इन दिनों सुर्खियों में है. जिसमें वो एक मानसिक बीमारी से ग्रसित लोहे की जंजीर से बंधक बनाए हुए युवक को लोहे की जंजीरों से मुक्त करवाती नजर आ रही हैं.
जानकारी के अनुसार जालौर जिले के बलवाड़ा गांव में हिमांशी गहलोत जनसंपर्क के लिए गई हुई थीं. इस दौरान उन्हें पता चला कि एक मानसिक बीमारी से ग्रसित युवक रमेश को लोहे की जंजीरों से बांध कर रखा गया है, तो उन्होंने तुरंत परिवार के लोगों से बातचीत की और जानकारी हासिल की. जिसमें पता लगा कि युवक 5-7 साल से मानसिक बीमारी से ग्रसित है. परिवार के लोग कई बार इलाज करा चुके हैं लेकिन ठीक नहीं हो पा रहा है. मानसिक बीमारी की वजह से बार-बार भाग जाता था तो घरवालों ने उसे लोहे की जंजीर से घर में ही बांध रखा था. इसके बाद हिमांशी गहलोत ने तत्काल परिवार के लोगों को शालीनतापूर्वक डांटते हुए कहा कि इस तरह जानवर को भी नहीं बांधते,यह तो इंसान है. उन्होंने ताले की चाबी लाकर लोहे की जंजीरों से छुड़ने के लिए कहा. इसके बाद उन्होंने युवक के हर संभव इलाज और मदद की बात कही. हिमांशी गहलोत के ऐसे व्यवहार और उदारता को लेकर हर कोई तारीफ कर रहा है.
रिपोर्टर- एचएल भाटी