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जयपुर में हो रहा गुप्त वृंदावन धाम का निर्माण, जानें कब तक पूरा होगा काम और क्या होगी इसकी खासियत

जयपुर में गुप्त वृंदावन धाम का निर्माण किया जा रहा है, ये शानदार मंदिर 17 मंजिला होगा। इसके निर्माण होने में थोड़ा समय लग जाएगा और साल 2027 में जयपुर स्थापना दिवस में इसका उद्घाटन किया जाएगा।

जयपुर में हो रहा गुप्त वृंदावन धाम का निर्माण, जानें कब तक पूरा होगा काम और क्या होगी इसकी खासियत

जयपुर में कई भव्य व पारौणिक मंदिर हैं, जहां पर भगवान के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा भी यहां पर कई घूमने वाले स्थान है, जहां पर जाकर लोगों को सकून व सुख का अनुभव होता है। अब यहां पर बहुत जल्द लोगों को आत्मिक सुख का अनुभव मिलेगा, जी हां पिंक सिटी कहलाने वाले शहर जयपुर में गुप्त वृंदावन खुलने वाला है। इसका आधिकारिक उद्घाटन 2027 में जयपुर स्थापना दिवस में किया जाएगा।

कहां बन रहा भव्य मंदिर

इस गुप्त वृंदावन को जगतपुरा में हरे कृष्णा मार्ग पर 6 एकड़ में बनाया जा रहा है, इसको बनाने में 300 करोड़ की लागत आ रही है। इस मदिंर की सबसे खास बात इसकी भव्यता होगी और ये राजस्थान का सबसे बड़ा मंदिर है, जिसका 70 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। यह 17 मंजिल मंदिर है, जिसकी भव्यता अभी से चर्चा का विषय बनी हुई है। 

भव्य मंदिर की खासियत

इस 17 मंजिला शानदार मंदिर में प्रवेश के लिए 6 द्वार दिए जाएंगे, और इसका मुख्य द्वार मयूर द्वार होगा जिसमें द्वारका के जैसे ही 108 मोर बनाए जाएंगे। इस मंदिर का दूसरा हंस द्वार होगा और जगन्नाथपुरी के जैसे ही पूरब और पश्चिम में 2-2 द्वार दिए जाने वाले हैं। इसके अलावा सिंह द्वार, व्याघ्र द्वार, हस्ति द्वार और अश्व द्वार भी दिए जाएंगे।

मंदिर का शानदार आर्किटेक्ट

बता दें कि इस भव्य मंदिर के आर्किटेक्ट मधु पंडित दास हैं जो इसके पहले विश्व का सबसे बड़ा वृंदावन चंद्रोदय मंदिर भी डिजाइन कर चुके हैं। इस मंदिर मे राजस्थान की शैली व आधुनिक डिजाइन का टच दिया जाएगा। इस मंदिर के शिखर के बारे में बात करें तो इसके ऊपर छतरी बनी होगी और दीवारों पर फसाड़ कांच लगाए जाएंगे, जिससे मंदिर की सुरक्षता बनी रहे।

इस शानदार मंदिर में श्री कृष्ण-बलराम, राधा-श्याम सुंदर और गौरी -निताई की भव्य प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा मंदिर के किसी एक मंजिल में विशाल धार्मिक स्थल बनाया जाएगा जिसमें हजारों भक्त एक साथ कीर्तन भजन कर सकेंगे। इसके अलावा कृष्ण लीला एक्सपो, गीता प्रदर्शनी, हरिनाम मंडप और प्रमात्मा हॉल का निर्माण भी करवाया जाएगा।