Mossad के नक्शेकदम पर गैंगस्टर्स? हत्या के पैर्टन से जुड़ा कनेक्शन, पढ़ें पूरी खबर
बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला - क्या गैंगस्टर अब मोसाद की रणनीति अपना रहे हैं? क्या अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या का पैटर्न फिर दोहराया गया? जानिए इस मामले की सच्चाई।
मुंबई-दिल्ली समेत पूरा देश दशहरा की खुशियां बना रहा था तभी मायानगरी गोलियां की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। जहां राजनीति से बॉलीवुड तक सिक्का जमाने वाले बाब सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जैसे ही ये खबर राजनीतिक गलियारों तक पहुंची। सीएम एकनाथ शिंदे से लेकर अजीत पवार तक लीलावती अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। महाराष्ट्र में हुई घटना की तार यूपी से जुड़ रहे हैं क्योंकि पकड़े गए दोनों बदमाश बैहराइच के रहने वाले हैं। उन्होंने खुद को बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ बताया था। बहरहाल,पुलिस मामले की जांच कर रही है। हर कोई यही सवाल पूछ रहा है जब देश में मंत्री-विधायक सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा। इससे इतर इस कांड ने उन बाहुबलियों की याद दिला दी है जिनकी हत्या भी कुछ इस तरह से की गई थी। आखिर हत्या के पैर्टन को इजरायली एजेंसी मोसाद की टार्गेट किलिंग से जोड़कर क्यों देखा जा रहा है ? आइए जानते हैं।
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गैंगस्टर्स ने अपनाया मौसाद जैसा पैर्टन ?
गौरतलब है अतीक अहमद, अशरफ अहमद की भी इस तरह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पकड़े गए आरोपियों का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं था। ठीक ऐसा ही पैर्टन बाबा सिद्दीकी के हत्यारों में देखने को मिला। पुलिस को अभी तक आरोपियों का कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। अपराध से राजनीति में कदम रखने वाले गैंगस्टर मोसाद की रणनीति अपना रहे हैं। मोसाद दुश्मनों को खत्म करने के लिए पहले उनकी रेकी करता है और फिर बेदाग छवि वाले लोगों को बड़े टार्गेट देता है। ऐसा ही कुछ पैर्टन भारत में भी देखने को मिला है।
मौसाद जैसा पैर्टन क्यों अपनाय गया ?
दरअसल, बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले धर्मराज और शिव कुमार बहराइच के रहने वाले हैं। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है हालांकि इनके खिलाफ कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला। इसी तरह अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की कोई आपराधिक हिस्ट्री नहीं थी। जबकि संजीव माहेश्वरी जीव, माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या भी इसी तरह से की गई थी। ऐसे कई केस देखने को मिल जाएंगे,जहां अब बिना क्रिमिनल हिस्ट्री वाले लोगों को बडे़ टारगेट दिये जा रहे हैं।
छह महीने पहले की गई हत्या की प्लानिंग
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में लगातार बड़े खुलासे हो रहे है। हत्या में चार लोग शामिल थे। जहां अभी तक बहराइच के रहने वाले शिवा और धर्मराज को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, गुरमेल की तलाश जारी रही है। इसी बीच हत्याकांड में नया मोड़ आया है जहां चौथे आरोपी के तौर पर मोहम्मद जीशान अख्तर की पहचान हुई है। जो लॉरेंस बिश्नोई की गैंग का गुर्गा है। इसी बदमाश को छह महीने पहले लॉरेंस ने हत्या की जिम्मेदारी ती थी। उस समय ये जेल में बंद था हालांकि जेल से छूटने के बाद उसने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए 3 शूटर्स हायर किये और 6 महीने तक प्लानिंग बनाई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।