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Haryana Election: 'अब मन कांग्रेस संग जुड़ा रहा' वाले बयान से क्यों पलटे कन्हैया मित्तल? सनातन पर कह डाली बड़ी बात

Haryana Assembly Election:हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा था जब "राम को लाए" गाने वाले कन्हैया मित्तल ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी। लेकिन अब कन्हैया अपने बयान से पलट गए हैं। 

Haryana Election:  'अब मन कांग्रेस संग जुड़ा रहा' वाले बयान से क्यों पलटे कन्हैया मित्तल? सनातन पर कह डाली बड़ी बात

हरियाण विधानसभा चुनाव में भले कुछ वक्त जरूर बाकी हो लेकिन राज्य की राजनीति दिन पर दिन अलग मोड़ लेती जा रही है। बीते दिनों 'हम राम को लाए गाना गाने वाले' कन्हैया मित्तल चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज थे। यहां तक उन्होंने ये कहा दिया था कि उनका मन अब कांग्रेस के साथ जुड़ रहा है लेकिन अब कन्हैया अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने जनता से कांग्रेस में शामिल होने वाले बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने बकायदा सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह सनातनियों की सुनेंगे और सनातियों को चुनेंगे। 

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पंचकूला सीट से मांग रहे थे टिकट

बता दें, खबरें थी कि कन्हैया मित्तल हरियाणा के पंचकूला सीच से बीजेपी से टिकट चाहते थे हालांकि बीजेपी आलाकमान ने पुराने खिलाड़ी ज्ञानचंद पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया। इसी बात से मित्तल नाराज बताए जा रहे थे और उन्होंने कांग्रेस में जाने का फैसला किया था लेकिन अब वह दो दिन बाद बयान से पलट गए। उन्होंने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि- "मैं पिछले दो दिनों से देख रहा हूं कि आप सभी परेशान हैं, इसके लिए मुझे बहुत दुख है। मैंने जो कांग्रेस में शामिल होने की बात कही थी, उसे मैं वापस ले रहा हूं। मैं किसी भी सनातनी का भरोसा नहीं तोड़ना चाहता। अगर मैं टूटता हूं तो पता नहीं कितने और टूटेंगे। हम सब राम के साथ थे, राम के हैं और राम के रहेंगे। मैं फिर से आप सभी से माफी मांगता हूं। "

बीजेपी को लग सकता था बड़ा झटका

माना जा रहा है कि बीजेपी इस बात से वाकिफ थी कि अगल कन्हैया मित्तल कांग्रेस का दामन थामते हैं तो आने वाले चुनावों में इसका असर देखने को मिल सकता है। कन्हैया मित्तल युवाओं से लेकर सोशल मीडिया पर अच्छी पकड़ रखते हैं। उनकी अच्छी-खासी फैन-फॉलोइंग है। 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में उन्होंने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया था। कन्हैया भले ऑफिशियल तौर पर बीजेपी में न हो लेकिन उनके गानों में बीजेपी एजेंडों की तरफ इशारा साफ समझ आता है। चुनावो से पहले बीजेपी कोई खतरा लेने के मूड में नहीं है। ऐसे में बीजेपी मित्तल को मनाने में सफल रही।