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हरियाणा में किसानों की महापंचायत, मांग पूरी न होने पर किया ये बड़ा ऐलान

हरियाणा के नूंह जिले में किसानों ने मिलकर महापंचायत की। किसानों का कहना है की अगर उनकी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो वह आईएमटी का काम बंद कर देंगे।

हरियाणा में किसानों की महापंचायत, मांग पूरी न होने पर किया ये बड़ा ऐलान

हरियाणा:  नूंह जिले में 9 गांवों के किसानों ने मिलकर महापंचायत का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों का कहना है की उनकी जो भी मांगे हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाये।

तीन महीने से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान

नूंह आईएमटी रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में पिछले 3 महीने से किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए है।जिसके बाद रविवार को किसानों ने परेशान होकर महापंचायत बुलाई। किसानों का कहना है की उनकी मांगों को प्रशासन सुन नहीं रहा है। और न ही कोई कार्रवाई कर रहा है।

क्या है किसानों की मांग?

जानकारी के मुताबिक आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव खेड़ली कंकर, मेहरोला, बडेलाकी, कंवरसीका, रोजकामेव, धीरदोका, रूपाहेड़ी, खोड (बहादरी) और रेवासन के किसानों की वर्ष 2010 में 1600 एकड़ जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहण की गई थी। उस दौरान किसानों की जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देकर प्रति एकड़ अधिग्रहण किया गया था, लेकिन इसके बाद सरकार ने फरीदाबाद के चंदावली, मच्छगर गांवों की जमीन को भी अधिग्रहण किया। वहां के किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जमीन को सस्ते दामों में सरकार पर लेने का आरोप लगाकर मुआवजा बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने किसानों को प्रति एकड़ 2 करोड़ की राशि देने के आदेश दिए थे। इस दौरान जब 9 गांवों के किसानों को पता चला कि उक्त गांवों के किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले हैं तो उन्होंने भी लंबी लड़ाई लड़कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। जिस पर सरकार ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी जमीन को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की बात कही और उनसे एफिडेविट पर साइन करा लिए, ताकि किसान कोर्ट में ना जा सके और सभी किसानों को 21- 21 लाख रुपए देकर कहा कि आगे आपको 25-25 लाख रुपए ओर दे दिए जाएंगे, लेकिन आज तक भी किसानों को 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं। इसी के चलते किसान धीरदोका गांव में 29 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।

बड़ी संख्या में शामिल हुए किसान संगठन के लोग

इस महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद, किसान यूनियन दिल्ली के प्रदेशाध्यक्ष दलजीत डागर, दिल्ली किसान मोर्चा के अध्यक्ष सत्येंद्र लोचव, देवीलाल मोहना सहित नूंह कमेटी के सदस्य सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद पूर्व सरपंच मेहरोला, तैयब हुसैन घासेडिया, मुबारिक, मोहम्मद एसपी, इरशाद, इरफान, जमशेद, उस्मान, हाजी रफीक, आसब, हाजी शरीफ, दीन मोहम्मद नंबरदार सहित कई किसान संगठन और समाजसेवी पहुंचे हैं।

किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने किया ऐलान

किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने महापंचायत को संबोधित करते ऐलान किया कि इस बड़ी महापंचायत में निर्णय लिया गया है कि अगर सरकार व प्रशासन द्वारा 1 घंटे के अंदर मुआवजे के इस मसले पर कोई नहीं आया तो आईएमटी रोजकामेव का काम बंद जाएंगे।

किसान प्रदर्शन को लेकर प्रशासन अलर्ट

किसानों के इस धरना प्रदर्शन को लेकर पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट है। पुलिस की कई गाड़ियां धरना स्थल पर पहुंची। रवि आजाद ने कहा कि किसान पिछले 70 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रहीं। धरना स्थल पर प्रशासन को एक घंटे का अल्टीमेटम देने के बाद एसडीएम पहुंचे l। जिसके बाद 11 जून को डीसी के साथ मीटिंग रखी गई। इसके बाद किसानों की बात पर सुनवाई नहीं हुई तो सभी आईएमटी रोजकामेव का काम रोकने जाएंगे।

रिपोर्ट- सोनू वर्मा