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PM Modi ने न्यूयार्क में PUSHP की पंखुड़ियों को किया परिभाषित, बताया लोकतंत्र का महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए 'पुष्प' (PUSHP) की अवधारणा साझा की, जिसमें प्रोग्रेसिव, अनस्टॉपेबल, स्पिरिचुअल, ह्यूमैनिटी फर्स्ट और प्रॉस्परस भारत की परिकल्पना की गई। 

PM Modi ने न्यूयार्क में PUSHP की पंखुड़ियों को किया परिभाषित, बताया लोकतंत्र का महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अपने अमेरिका दौरे पर हैं, जहां उन्होंने न्यूयॉर्क के नासाउ कोलेजियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने भारत के विकास के प्रतीक "पुष्प" (PUSHP) की अवधारणा को शेयर किया। पीएम मोदी ने समझाया कि PUSHP की पांच पंखुड़ियां भारत के भविष्य का आधार बनेंगी।

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क्या है PUSHP

उन्होंने कहा, "PUSHP को मैं इस तरह परिभाषित करता हूं: P से प्रोग्रेसिव (उन्नत) भारत, U से अनस्टॉपेबल (अविराम) भारत, S से स्पिरिचुअल (आध्यात्मिक) भारत, H से ह्यूमैनिटी फर्स्ट (मानवता प्रथम) भारत, और P से प्रॉस्परस (समृद्ध) भारत। ये पांच पंखुड़ियां मिलकर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएंगी।"

पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका के रिश्ते पर बात की

अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, "जहां दुनिया के लिए AI का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, वहीं मेरे लिए AI का मतलब अमेरिकन-इंडियन है। अमेरिका और भारत के लोगों के बीच एक खास जुड़ाव है, और यही 'AI स्पिरिट' हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही है।"

पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा की

प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए उन्हें सैल्यूट किया और कहा कि 2024 का साल दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जहां कई देशों में संघर्ष और तनाव की स्थिति है, वहीं भारत और अमेरिका में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। दोनों देश लोकतंत्र के इस जश्न में साथ खड़े हैं।

उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ अपनी मुलाकात का भी जिक्र किया और कहा, "कल प्रेसिडेंट बाइडेन मुझे अपने घर ले गए। यह सम्मान यहां रहने वाले लाखों भारतीयों का है। मैं प्रेसिडेंट बाइडेन और सभी का आभार व्यक्त करता हूं।"

दोगुना वोटर्स ने लिया हिस्सा

मोदी ने भारतीय लोकतंत्र की विशालता पर भी गर्व व्यक्त किया, बताते हुए कि भारत के चुनाव मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनाव थे, जिसमें अमेरिका की आबादी से लगभग दोगुना वोटर्स ने हिस्सा लिया। भारत की लोकतांत्रिक ताकत को देखकर गर्व महसूस होता है।