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राहुल गांधी को रायबरेली से मिला आशीर्वाद, मां की विरासत को राहुल ने बखूबी संभाला

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रायबरेली की लोकसभा सीट से भारी मतो से बढ़त बनाकर शानदार जीत हासिल की है। ये जीत इस लिये भी खास है क्योकिं राहुल ने 2019 में हुए रायबरेली सीट के लोकसभा चुनाव में अपनी मां सोनिया गांधी के जीत के अंतर को भी पछाड़ दिया।  

राहुल गांधी को रायबरेली से मिला आशीर्वाद, मां की विरासत को राहुल ने बखूबी संभाला

गांधी परिवार का गढ़ रही रायबरेली सीट

रायबरेली की लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। पिछले पांच चुनावों से कांग्रेस ये सीट जीतती आई है।सोनिया गांधी इस सीट से लगातार 4 बार सांसद बनी।वहीं 2019 में सोनिया गांधी ने इसी सीट से भाजपा के उमीदवार दिनेश प्रताप सिंह को हराया था।  

कांग्रेस के लिये क्यों खास है रायबरेली सीट

साल 1952 के पहले चुनाव में कांग्रेस की तरफ से फिरोज गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ा था और जीता था. 1957 का चुनाव भी फिरोज गांधी ने रायबरेली से जीता. रायबरेली से ही इंदिरा गांधी भी सांसद रही हैं. रायबरेली से 1967, 1971 का चुनाव इंदिरा गांधी ने जीता. लेकिन 1977 का चुनाव वो यहां से जनता पार्टी के राज नारायण से हार गई थीं.

इसके बाद हुए 1980 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी ने रायबरेली सीट पर जीत के साथ वापसी की. हालांकि, इस चुनाव में इंदिरा गांधी ने आंध्र प्रदेश के मेदक (जो अब तेलंगाना में है) से भी चुनाव लड़ा था. मेदक से भी वो जीत गई थीं, इसलिए उन्होंने रायबरेली की सांसदी छोड़ दी थी. फिर 1980 में ही रायबरेली की सीट पर उपचुनाव हुआ और कांग्रेस के अरुण नेहरू ने ये सीट जीती. इस तरह रायबरेली लोकसभा सीट ज्यादातर कांग्रेस के पास ही रही है. सिर्फ 1977 में जनता पार्टी और 1996, 1998 में BJP ने ये सीट जीती थी.