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पीएम मोदी शाम को ही क्यों लेते है शपथ, ज्योतिष या फिर कुछ और ? जानिए वजह

 पीएम मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। पीएम मोदी आज शाम राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। कई बार ये सवाल उठता है की आखिर पीएम मोदी शाम के वक्त ही शपथ क्यों लेते हैं। इसके पीछे का कोई ज्योतिष शास्त्र है या फिर की प्रोटोकॉल। आइए जानते हैं।

पीएम मोदी शाम को ही क्यों लेते है शपथ, ज्योतिष या फिर कुछ और ? जानिए वजह

पीएम मोदी 9 जून रविवार यानी की आज प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया है। खास बात है कि पिछले दोनों बार भी पीएम मोदी ने शाम को 6 बजे के बाद ही पीएम पद की शपथ ली थी।जबकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने पहले प्रधानमंत्री के रूप में सुबह साढ़े 8 बजे शपथ ग्रहण की थी।

शपथ ग्रहण के समय को लेकर नहीं होता कोई प्रोटोकॉल

साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम को ही पीएम पद की शपथ ली थी। इस बार भी शाम का ही वक्‍त चुना गया है। दरअसल शपथ ग्रहण की तारीख तय हो जाने के बाद समय चुनने को लेकर संविधान या विधायिका की ओर से कोई प्रोटोकॉल नहीं है। इसका चुनाव विजेता पार्टी के नेता और आयोजक अपने मन से करते हैं। हालांकि इसे चुनने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं।

मई-जून की गर्मी भी बड़ा कारण
शपथ ग्रहण समारोह के लिये शाम का वक्त चुनने की एक वजह भीषण गर्मी भी हो सकती है।2014 और 2019 में भी मोदी सरकार मई-जून के महीनों में ही बनी थी।. वहीं इस बार भी जून की चिलचिलाती गर्मी है। चूंकि यह पूरा आयोजन राष्‍ट्रपति भवन में होता है।जहां इसमें शामिल होने के लिए न केवल प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्‍य बल्कि विपक्ष के लोग, देश और विदेशों से आए हुए मेहमान, चुने गए सांसद, राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री, पद्म पुरस्‍कारों से सम्‍मानित लोग, कला और साहित्‍य जगत की हस्तियां, प्रियजन और परिवारीजन शामिल होते हैं. ऐसे में राष्‍ट्रपति भवन के खुले हिस्‍से में इतनी बड़ी संख्‍या में आने वाले लोगों की व्‍यवस्‍था को देखा जाता है।शाम में धूप भी नहीं होती है, लिहाजा आयोजन के लिए इसलिए भी यह समय चुना जाता है।

 मुहूर्त और ज्‍योतिष भी बड़ी वजह
किसी भी शुभ काम को करने के लिए अच्‍छा मुहूर्त निकलवाया जाता है. ऐसे में देश में सरकार बनाने के दौरान भी ग्रह-दशाओं को देखकर समय तय किया जाता है. कई नेता ज्‍योतिष पर गहरा विश्‍वास करते हैं और इसी के अनुसार वक्‍त का निर्धारण होता है।पीएम मोदी के मामले में भी यह संभव है। शाम का वक्‍त चुनने के पीछे यह भी वजह हो सकती है कि पीएम मोदी की राशि वृश्चिक है और इसीलिए उन्‍होंने 9 जून को शाम को वृश्चिक लग्‍न को ही शपथ ग्रहण के लिए चुना है। ताकि पूरे पांच साल सत्‍ता पक्ष मजबूत बना रहे।

राष्‍ट्रपति भवन में भोज भी वजह
शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन के तुरंत बाद आए हुए सभी मेहमानों के लिए राष्‍ट्रपति भवन में रात के भोज की व्‍यवस्‍था होती है। यह भी एक कारण है कि शपथ ग्रहण के तुरंत बाद सभी लोग राष्‍ट्रपति भवन के डिनर में शामिल हो जाते हैं। इसलिए शपथ ग्रहण के लिए शाम का समय चुना जाता है।