"पुष्कर में मिनी इजरायल' यहूदियों का गहरा रिश्ता...साल के चार महीने रहता है बंद, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
बेदखाबाद साल के चार महीने बंद रहता है। देश में कुल 18 बेदखाबाद हैं, जिनमें से पुष्कर का बेदखाबाद सबसे बड़ा बन गया है।
राजस्थान के अजमेर में स्थित तीर्थ नगरी पुष्कर हिंदुओं की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां का आध्यात्मिक वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य हमेशा ही देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। खास बात यह है कि पुष्कर में यहूदी बेद खाबाद (यहूदी पूजा स्थल) भी स्थित है, जिसकी स्थापना 22 साल पहले हुई थी।
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बेद खाबाद की खासियत
बेद खाबाद साल के चार महीने बंद रहता है। देश में कुल 18 बेद खाबाद हैं, जिनमें से पुष्कर का बेद खाबाद सबसे बड़ा बन गया है। यह स्थान न केवल एक धर्म विशेष के अनुयायियों के लिए है, बल्कि भारत और इजराइल के बीच बेहतर संबंधों का प्रतीक भी है। यहां स्थानीय लोगों और इजराइली पर्यटकों के बीच घुलने-मिलने की प्रवृत्ति आम है।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार
बेद खाबाद हाउस के प्रबंधक हनुमान बाकोलिया ने बताया कि चार महीने से बंद इस धार्मिक स्थल को पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ फिर से खोल दिया गया है। इजराइली धर्मगुरु सिमसन गोल्डस्टीन अपने परिवार के साथ यहां पहुंचे हैं, जिससे पुष्कर में यहूदियों की आवाजाही बढ़ने की संभावना है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम हनुमान बाकोलिया ने बताया कि बेदखली की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को घर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। इस तरह पुष्कर में यहूदियों का बेदखल होना न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि भारत और इजराइल के बीच सांस्कृतिक बंधन को भी मजबूत कर रहा है।