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डूंगरपुर में गहरा रहा पेयजल संकट, आमजन त्रस्त, कांग्रेस ने भजनलाल सरकार पर साधा निशाना

डूंगरपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव और पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने कहा है कि पिछले तीन साल से पर्याप्त बारिश नहीं होने से इस साल पेयजल संकट गहरा गया है. पानी की किल्लत की भयावह तस्वीर सबके सामने है. उन्होंने कहा कि आमजन ही नहीं मवेशी भी पानी के लिए भटक रहे हैं. लोग टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं

डूंगरपुर में गहरा रहा पेयजल संकट, आमजन त्रस्त, कांग्रेस ने  भजनलाल सरकार पर साधा निशाना

डूंगरपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव और पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने कहा है कि पिछले तीन साल से पर्याप्त बारिश नहीं होने से इस साल पेयजल संकट गहरा गया है. पानी की किल्लत की भयावह तस्वीर सबके सामने है. उन्होंने कहा कि आमजन ही नहीं मवेशी भी पानी के लिए भटक रहे हैं. लोग टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं

‘हालातों पर ध्यान नहीं दे रही सरकार’

पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन हालातों के बाद भी प्रदेश की भजनलाल सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. भगोरा ने आरोप लगाया कि प्रदेश और वागड़ अंचल में पानी के लिए लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं.

‘गहलोत सरकार में हुए जनहित के कार्य’

भगोरा ने कहा कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के जनराहत कार्यों को रेवड़ियां बताने वाली बीजेपी की सरकार राहत बांट नहीं पा रही है. उन्होंने कहा कि बिजली की अघोषित कटौती और पेयजल संकट की भयावह तस्वीर बीजेपी सरकार की रीति और नीति की पोल खोल रही है. प्रदेश की जनता में मौजूदा सरकार के खिलाफ आक्रोश है.

भगोरा ने कहा कि कांग्रेस शासन में प्रदेश और वागड़ के लोगों को कभी पेयजल संकट का अहसास नहीं होने दिया गया. डूंगरपुर शहर में 72 घंटों में आमजन को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि पीएचईडी के अधिकारियों पर शासन-प्रशासन का नियंत्रण नहीं रहा है. गांव-ढ़ाणी तक हैंडपंप सूख चुके हैं, बोरवेल हवा फेंक रहे हैं, नलों में पानी की बूंद नहीं है, लेकिन सरकार की ओर से टैंकर के प्रबंध अब तक नहीं किए गए है.

भगोरा ने कहा कि मौजूदा भजनलाल सरकार पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की राहत की नीतियों से सीख ले और तत्काल वागड़ और प्रदेशवासियों को राहत दे.

चिकित्सा सुविधाओं को लेकर साधा निशाना

भगोरा ने आरोप लगाया कि बीजेपी के शासनकाल में राहत बंद हो चुकी है. न तो पानी मिल रहा है और न ही अस्पताल में दवाईयां. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना शुरू कर चिकित्सा के क्षेत्र में राजस्थान को रोल मॉडल बनाया था, लेकिन प्रदेश की सत्ता में काबिज होते ही बीजेपी ने कांग्रेस राज की राहत वाली  योजनाओं को बंद कर दिया या उन्हें कमजोर कर दिया. उन्होंने कहा कि आज जनजाति वर्ग के लोगों को अस्पताल में नि:शुल्क जांच, दवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जांच और दवाई बाहर निजी मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ रही है.

बिजली कटौती का भी मुद्दा उठायाभगोरा ने कहा

कि कांग्रेस राज में फ्री बिजली और भरपुर बिजली मिल रही थी, लेकिन बीजेपी के राज में अब सुबह, दोपहर, शाम और रात को अघोषित बिजली कटौती की परंपरा शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि कोयले की कमी के बावजूद कांग्रेस राज में 22 घंटे बिजली दी जाती थी. अब दिनभर में आठ से दस घंटे बिजली भी ग्रामीणों को नसीब नहीं है.

भगोरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव चल रहे है, अबकि बार 400 पार का नारा देने वाले जनराहत को प्राथमिकता देते हुए पेयजल का प्रबंध कराएं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जिला मुख्यालय सहित ग्राम्यांचलो में टैंकर से पानी की आपूर्ति शुरू कराई जाए. सोम कमला आंबा से मिल रहे पानी की आपूर्ति का कुशल प्रबंधन तय हो ताकि शहरवासियों को राहत मिल सके. उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि वागड़ क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित कर अकाल राहत कार्य शुरू कराएं जाएं.

रिपोर्ट - सादिक़ अली