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रायबरेली-नवादा के बाद, क्या दलित मुद्दा बनेगा अखिलेश-तेजस्वी के लिए 'ट्रम्प कार्ड'? जानें यहां

उत्तर प्रदेश  बिहार में दलितों पर अत्याचार की घटनाओं ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। नवादा में दलितों के घर जलाने और यूपी में दलित युवक के साथ हुई घटना के बाद अखिलेश यादव से तेजस्वी यादव तक बीजेपी पर हमलावर हैं। 

रायबरेली-नवादा के बाद, क्या दलित मुद्दा बनेगा अखिलेश-तेजस्वी के लिए 'ट्रम्प कार्ड'? जानें यहां

उत्तर प्रदेश से बिहार तक दलितों पर अत्याचार की खबरों से अखबार पटे पड़े हैं। इस वक्त चर्चा नवादा में दलितों के साथ हुए अत्याचार की हो रही है, इससे पहले रायबरेली से भी ऐसी घटना सामने आई थी। जहां दबंगों ने दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले युवक से जूते चटवाए थे, वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर अब इस घटनाक्रम पर सियासी चर्चा भी तेज हो गई है। बिहार में तेजस्वी यादव ने मोर्चा संभाल रखा है तो यूपी में अखिलेश यादव ने। वहीं, दलित मुद्दे पर कांग्रेस और बसपा भी किसी से पीछे नहीं है। 

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बीजेपी के खिलाफ बीजेपी का 'दलित कार्ड'

गौरतलब है, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार है, तो बिहार में नीतीश कुमार संग एनडीए का गठबंधन है। हिंदुत्व और जनता को एक समान अधिकार देने की बात बीजेपी हमेशा करती आई है लेकिन दोनों राज्यों से सामने आ रही तस्वीरें विपक्ष के लिए अच्छा मौका है,जिसे वह बीजेपी के विकास-हिंदुत्व के कार्ड के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अच्छा-खासा डेंट दिया था। जनता तक विपक्ष इस बात को पहुंचाने में सफल रहा था कि जो लोग आपकी भलाई की बात कर 400 सीटें जीतने का दंभ भर रहे हैं, वह संविधान बदलने की कोशिश में है। इसी वजह से बीजेपी का वोटर सपा की तरफ शिफ्ट हुआ और लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना का दावा करने वाली बीजेपी 240 सीटों पर रुक गई जो बहुमत की आंकड़े से दूर था। 

कांग्रेस-आरजेडी ने लिया आड़े हाथ

इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया सामने आई , उन्होंने नवादा में दलितों के घर आगे लगाए जाने के मामले पर नीतीश सरकार से सवाल किया और कहा कि- बिहार के नवादा में दंबंगो का आतंक है,ये डबल इंजन सरकार के जंगलराज का जीता-जागता प्रमाण है। 100 दलित घरों को आग के हवाले कर दिया गया, उन परिवारों से सबकुछ छीन लिया गया, और देश के प्रधानमंत्री हमेशा की तरह मौन है। बिहार सीएम भी बेफिक्र हैं। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीताश कुमार को आड़े हाथ लेते लुए ट्वीट किया कि- बिहार में महाजंगलराज चल रहा है। 100 दलितों के घर आग लगा दी गई। ये सब नरेंद्र मोदी-नीतीश कुमार की सरकार में हो रहा है, प्रदेश के मुख्यमंत्री इससे बेखबर हैं। गरीब मरे-जले इनको कोई फर्क नहीं पड़ता  लेकिन याद रहे आरजेडी दलितों पर होने वाले अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं करेगी और उनके हित में आवाज उठाती रहेगी। 

सामने आया मायवती का बयान

बिहार की दलित बस्ती में 100 घरों में लगाई आग पर बसपा प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है। उन्होंने लिखा कि नवादा में दलितों के घर का घर उजाड़ देने की घटना बेहद निंदनीय है,सरकार इसके खिलाफ जल्द से जल्द एक्शन लेकर आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई करें, साथ ही पीड़ितों की आर्थिक मदद करें। गौरतलब है, उत्तर प्रदेश और बिहार में आगामी वक्त पर उपचुनाव होने हैं, जहां यूपी की 10 को बिहार की 4 सीटों पर बीजेपी और विपक्ष आमने-सामने होंगे। बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में भारी नुकसान हुआ था,ऐसे में दलितों के मुद्दे पर विपक्षी दल बीजेपी को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।