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राजस्थान के इस जिले में सोने का भंडार, चुनाव परिणाम के बाद सरकार खनन पर ले सकती है बड़ा फैसला

RAJASTHAN NEWS: बांसवाड़ा की जमीन में सोने मिलने के बाद खनन को लेकर राज्य सरकार लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद बड़ा फैसला ले सकती है.

राजस्थान के इस जिले में सोने का भंडार, चुनाव परिणाम के बाद सरकार खनन पर ले सकती है बड़ा फैसला

राजस्थान के बांंसवाड़ा जिले की जमीन में सोना मिलने के बाद राज्य और जिले दोनों का समय बदलने वाला है. लोकसभा चुनाव के रिजल्ट घोषित होने के बाद जैसे ही आचार संहिता हटेगी. वैसी ही सरकार सबसे पहले बांसवाड़ा में सोने का खनन किस कंपनी द्वारा किया जाए इसका फैसला लेगी.

कई कंपनियों ने किया अप्लाई       

बांसवाड़ा जिले में खनन करने के लिए कर्नाटक रतलाम, उदयपुर, अहमदाबाद और छत्तीसगढ़ की पांच कंपनियों ने घाटोल क्षेत्र के भूकिया व कावरिया में 543 हेक्टेयर के लिए आवेदन किया है. इसके साथ ही बांसवाड़ा जिला देश के उन चार जिलों में शुमार हो जाएगा, जहां सोने के भंडार हैं.  

 33 साल बाद तय होगी कंपनी

बांसवाड़ा जिले में सोने के खनन के लिए कंपनी तय करने में 33 साल का लंबा समय लग गया है. सोना निकलाने में अभी 7 साल का समय ओर लग सकता है. जिसके बाद राजस्थान का बांसवाड़ा देश में सोने का खनन करने वाले 4 जिलों में शामिल हो जाएगा. अभी भारत के कर्नाटक के 2, बिहार और आंध प्रदेश एक एक जिले में सोने का खनन हो रहा है. राजस्थान में रेत के छोटे छोटे कणों के रूप में सोना मिलेगा, जिसे अन्य रूप के मुकाबले खनन लागत कम आएगी.        

बांसवाड़ा की देश में 25 फीसदी हिस्सेदारी

सोना खनन करने वाले जिलों में राजस्थान के बांसवाड़ा जिले की भारत में 25 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी. आधिकारियों ने बताया कि खनन करने वाली कंपनी का नाम तय होने के बाद कई प्रकार की एनओसी और अन्य दस्तावेज तैयार करने होते हैं जिसमें काफी समय लगता है. यह सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिस कंपनी को खनन करने का टेंडर दिया जाएगा. वह अपना काम शुरू करेगी. इस स्वर्ण खनन से बांसवाड़ा ही नहीं वरन राजस्थान की अर्थव्यवस्था में भी काफी परिवर्तन आएगा. यहां कई प्रकार के उद्योग धंधे खुलेंगे जिससे हजारों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.  

जियोलॉजिकल विभाग ने 1990 में किया था सर्वे

राजस्थान के बांसवाड़ा जिला का सर्वे जियोलॉजिकल विभाग ने 1990-91 तक किया था. इस सर्वे में पहली बार जिले सोने का भंडार होने के संकेत मिले थे. 69.658 वर्ग किलोमीटर के तीन ब्लॉक आरक्षित किए गए थे. सर्वे के बाद विशेषज्ञों के द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में अनुमान लगाया कि 14 ब्लॉक में 1.945 ग्राम प्रति टन के अनुसार यहां पर 114.76 मिलियन टन सोने के भंडार है.