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विकास प्रधिकरण के बाद जयपुर हाऊसिंग बोर्ड में आधिकारियों का बड़ा खेल, चहेती फर्म को ठेका देने के लिए नियमों मे किया बदला

राजस्थान की राजधानी जयपुर में विकास प्रधिकरण के बाद हाऊसिंग बोर्ड में आधिकारियों का बड़ा खेल सामने आया है. चहेती फर्म को पौधारोपण और रख रखाव का टैंडर देने के लिए नियमों में बदलाव किया गया है.

विकास प्रधिकरण के बाद जयपुर हाऊसिंग बोर्ड में आधिकारियों का बड़ा खेल, चहेती फर्म को ठेका देने के लिए नियमों मे किया बदला

 पिंक सीटी जयपुर में विकास प्रधिकरण के बाद अब हाऊसिंग बोर्ड में अधिकारियों ने ‘पूल’ बनाकर पौधारोपण और रख रखाव का तीन करोड़ का टैंडर दो चहेती फर्मों को देने का मामला सामने आया है. दोनों फर्मों ने ठेका 5.51 और 13.25 फीसदी की ऊंची दर में देने की तैयारी कर रही है. 

चहेती फर्म को ट्रेंडर देने के लिए नियम बदलाव

अधिकारियों ने अपनी चहेती फर्म को ट्रेंडर देने के लिए पौधेरोपण और रख रखाव का ग्रुप बनाकर 1.44 और 1.49 करोड़ रूपये के दो टैंडर निकाले. जिस वजह से ग्रुप सी और डी श्रेणी के ठकेदार इसमें हिस्सा नहीं ले सके. क्योंकि नियम के मुताबिक सी और डी के ठकेदार केवल 15 लाख से 50 लाख तक के ट्रेंजर में बोली लगा सकते है. बी ग्रेड के ठेकेदार 1.50 करोड़ तक के कार्य कर सकते है. इसके सात अधिकारियों ने दोनों टैंडर में कई शर्ते लगा दी. जिस कई ठेकेदार इस टैंडर की बोली से बाहर होगे.                     

मात्र तीन फर्मों ने लगाई बोली

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाउसिंग बोर्ड ने कई इलाकों में पौधारोपण और पांच साल के रख रखाव के लिए दो टैंडर को ओपन किया गया. जिसमें एक में केवल एक फर्म ने और दूसरे में सिर्फ दो फर्मों ने बोली लगाई.'डी' व 'सी' श्रेणी के ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि, आवासन मंडल के अधिकारियों ने जान-बूझकर अलग-अलग कार्यों का समूह बनाते हुए 2 बड़े टैंडर लगाए हैं, ताकि छोटे ठेकेदार इसमें शामिल नहीं हो सकें.