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राष्ट्रीय पोषण माह 2024 की शुरुआत, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की बढ़ी राशि का किया ऐलान

उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बताया कि दिव्यांग महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और संतान के जन्म के पश्चात अधिक पौष्टिक आहार मिल सके, इसलिए राशि में बढ़ोतरी करके उसे 10 हजार रूपए किया गया है। इसके साथ ही मां और बच्चें का बेहतर स्वास्थ्य हो तथा टीकाकरण सुनिश्चित हो सके इस हेतु भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।

राष्ट्रीय पोषण माह 2024 की शुरुआत, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की बढ़ी राशि का किया ऐलान
दिया कुमारी

जयपुर। राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने रविवार को गर्भवती महिलाओं के लिए ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ के तहत बढ़ाई गई राशि के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि 2024-25 में ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ (PMMVY) के अन्तर्गत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को प्रथम संतान के लिए दी जाने वाली राशि अब 1 सितंबर से 6500 रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रूपए कर दी गई है। ये योजना से महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु मज़बूत कदम है।

दिया कुमारी ने बताया क्यों बढ़ाई गई राशि?

उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बताया कि दिव्यांग महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और संतान के जन्म के पश्चात अधिक पौष्टिक आहार मिल सके, इसलिए राशि में बढ़ोतरी करके  उसे 10 हजार रूपए किया गया है। इसके साथ ही मां और बच्चें का बेहतर स्वास्थ्य हो तथा टीकाकरण सुनिश्चित हो सके इस हेतु भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। दिया कुमारी ने कहा कि ये 3500 रूपये की अतिरिक्त राशि 100 प्रतिशत राज्य निधि से डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी।

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जानिए किश्तों की पूरी जानकारी

निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं ओपी बुनकर ने बताया कि राज्य सरकार ने परिवर्तित बजट वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना (पीएमएमवीवाई) के अन्तर्गत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को प्रथम सन्तान के लिए वर्तमान में दी जा रही राशि 6500 रूपये को 01 सितंबर से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया है। उन्होंने आगे बताया कि योजना के अनुसार प्रथम किश्त का भुगतान आंगनबाड़ी केन्द्र पर पंजीकरण एवं कम से कम एक प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच पर पूर्व में 3000 रूपये दिये जाते थे। जिसे बढ़ाकर 4000 रूपये कर दिया गया है। बच्चे के जन्म पर पूर्व में मिलने वाले 1500 रूपये की द्वितीय किश्त को बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है। बच्चे के जन्म का पंजीकरण एवं प्रथम चरण के सम्पूर्ण टीकाकरण पर चौदह सप्ताह की आयु तक के सभी टीके पूर्ण करवाने पर मिलने वाली तीसरी किश्त 2000 रूपये को बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बढ़ी हुई राशि 3500 रूपये ऐसी महिलाएं को देय है जो आआंशिक रूप से (40 प्रतिशत) अथवा पूरी तरह से अक्षम है। उन्हें डीबीटी के माध्यम से उक्त राशि दी जाएगी।

राष्ट्रीय पोषण माह का हुआ आयोजन

उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने ये भी बताया कि 1 सिंतबर से प्रदेश में "राष्ट्रीय पोषण माह 2024" का आयोजन किया गया है। जिसमें महिलाओं और बच्चों का पोषण को बढ़ावा देने, उनके बेहतर स्वास्थ्य की गतिविधियां संचालित करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण और पोषण भी पढ़ाई भी को लक्षित किया गया है।

आयोजन का लक्ष्य महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य

आईसीडीएस निदेशक ओपी बुनकर ने बताया कि महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लक्ष्य से आयोजित होने वाले इस अभियान में एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी (PBPB), बेहतर शासन के लिए तकनीकी उपाय, पर्यावरण संरक्षण थीम्स हैं। राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का कैलेंडर तैयार किया गया है। जिसके अनुसार गतिविधियों को आयोजित किया जाना है।

आईसीडीएस निदेशक ओपी बुनकर ने जिला उपनिदेशकों एवं सीडीपीओ को निर्देशित किया गया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा वर्कर, महिला पर्यवेक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में अन्य सभी सहयोगी विभागों के समन्वय से "राष्ट्रीय पोषण माह 2024" की गतिविधियों का कैलेंडर के अनुसार आयोजन किया जाए।

रिपोर्ट – जितेश जेठानंदानी