भारत के 11 राज्य और 6 देशों तक फैला लॉरेंस का साम्राज्य, राजस्थान से है गहरा कनेक्शन
लॉरेंस विश्नोई गैंग के जुर्म का साम्राज्य सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशो में भी फैला हुआ है। भारत में इसका नेटवर्क लगभग 11 राज्यों में है लेकिन भारत और उसके बाहर इस नेटवर्क का एपिसेंटर यानि मुख्यकेंद्र राजस्थान माना जाता है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के जिम्मेदारी लेने के बाद एक नया मोड़ आ गया है। विश्नोई गैंग के सदस्य 'शुबू लोंकर महाराष्ट्र' नाम के हैंडल से किया गया एक फेसबुक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें कहा गया है कि वो सलमान खान से कोई युद्ध नहीं चाहते थे, लेकिन बाबा की हत्या की वजह उनके दाऊद इब्राहिम के साथ जुड़ाव था। हालांकि, मुंबई पुलिस ने एफबी पोस्टी की पुष्टि नहीं की है और कहा है कि इसकी जांच की जाएगी। इस पोस्ट में लॉरेंस विश्नोई गैंग और दिल्ली-एनसीआर से लेकर महाराष्ट्र, बिहार और पश्विम बंगाल तक की कमान सम्हालने वाले अनमोल विश्नोई को टैग किया गया है।
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इस बाद से ही एक बार फिर लॉरेंस विश्नोई गैंग और उसके जुर्म के साम्राज्य की चर्चा हो रही है। लॉरेंस विश्नोई गैंग का नेटवर्क काफी तगड़ा है। उसके जुर्म का साम्राज्य सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशो में भी फैला हुआ है। भारत में इसका नेटवर्क लगभग 11 राज्यों में है लेकिन भारत और उसके बाहर इस नेटवर्क का एपिसेंटर यानि मुख्यकेंद्र राजस्थान माना जाता है।
लॉरेंस विश्नोई गैंग का राजस्थान से गहरा कनेक्शन
गैंग का सरगना लॉरेंस विश्नोई राजस्थान के सीकर जिले में पैदा हुआ था यही जगह इस गैंग को चलाने का केंद्र बिंदु है। सीकर के अलावा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर में भी हत्या, अपहरण, और वसूली जैसे अपराध को गैंग अंजाम देता है।
किसको कहां की जिम्मेदारी ?
लॉरेंस विश्नोई गैंग की हर राज्य की जिम्मेदारी अलग-अलग लोग संभालते हैं। पूरे गैंग की रिपोर्ट सीधे साबरमती जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई को दी जाती है। कनाडा, पंजाब, दिल्ली की कमान गोल्डी बराड़ के पास है। जो इस वक्त गैंग का मुख्य सरगना है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और USA की कमान रोहित गोदारा के पास है। वहीं, पुर्तगाल, अमेरिका, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, बिहार, पश्विम बंगाल की कमान अनमोल विश्नोई के पास है। जिसे बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद किए गए पोस्ट में टैग किया गया। हरियाणा, उत्तराखंड की कमान काला जठेड़ी के पास है। पूरे गैंग की रिपोर्ट सीधे साबरमती जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई को दी जाती है।
देश-विदेश से पहुंचता है हथियारों का जखीरा
किसी भी गैंग को चलाने के लिए बहुत जरूरी हैं हथियारों का होना जिसके दम पर ये गैंगस्टर्स अपना खोफ कायम रखते है। इन हथियारों के लिए भई लॉरेंस विश्नोई गैंग का नेटवर्क खासा स्ट्रॉंग है। जिसमें मध्यप्रदेश से हथियारों का जखीरा पहुंचाया जाता है। मध्य प्रदेश के मालवा, धार, सेंधवा, बड़वानी, खरगोन रतलाम, खंडवा और बुराहनपुर के नाम अब तक सामने आये हैं। हथियारों के सप्लाई के लिए यूपी के मेरठ, मुज्जफरनगर और अलीगढ़ गैंग का नेटवर्क है। वहीं बिहार के मुंगेर और खगड़िया से भी लॉरेंस विश्नोई गैंग तक हथियार सप्लाई किए जाते है। जबकि पंजाब में पाकिस्तान के बॉर्डर से लगे लगभग सभी शहर शामिल हैं. विदेशो से भी गैंग के पास बड़े बड़े हाईटेक हथियारों की सप्लाई सामने आयी है ये देश पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, कनाडा और नेपाल है।
सोशल मीडिया से होती है रिक्रूटिंग
लॉरेंस विश्नोई गैंग ने अपना नेटवर्क देश के साथ विदेश में भी हर तरह से मजबूत कर लिया है। जिसमें शूटर्स की संख्या तेज़ी से बढ़ती जा रही है। जिन्हें अलग-अलग तरीकों से गैंग में रिक्रूट किया जाता है जिसमें सोशल मीडिया भी शामिल है। गैंग पर लगी एक चार्जशीट के मुताबिक बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं, जिसमें 300 पंजाब से जुड़े हैं।
दाऊद इब्राहिम जैसा लॉरेंस बिश्नोई का टेरर सिंडिकेट
बिश्नोई गैंग को गोल्डी बराड़ आपरेट कर रहा है लेकिन साथ ही गैंग की हर एक गतिविधि की रिपोर्ट सीधे लॉरेंस विश्नोई को दी जाती है जो कि इस वक्त साबरमती जेल में बंद है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के टेरर सिंडिकेट की तुलना दाऊद इब्राहिम से की जाती है। जिसने 90 के दशक में उसने अपना नेटवर्क खड़ा किया था।