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Rajasthan News: भजनलाल सरकार ने खोल दिया खजाना, कर्मचारियों की हुई बल्ले-बल्ले, कांग्रेस देखकर दंग

केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए दिवाली से पहले न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि की घोषणा की है, जिससे खनन, निर्माण, और कृषि जैसे क्षेत्रों के श्रमिकों को फायदा होगा। यह बदलाव 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगा, और इसमें परिवर्तनशील महंगाई भत्ते (VDA) को संशोधित कर मजदूरी दरें बढ़ाई गई हैं।

Rajasthan News: भजनलाल सरकार ने खोल दिया खजाना, कर्मचारियों की हुई बल्ले-बल्ले, कांग्रेस देखकर दंग

केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों और कामगारों को दिवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। खनन, निर्माण, कृषि और सफाई जैसे असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी दरों में बढ़ोतरी की गई है। इस निर्णय से महंगाई की मार झेल रहे मजदूरों को राहत मिलेगी। सरकार ने परिवर्तनशील महंगाई भत्ते (VDA) को संशोधित करते हुए यह घोषणा की है, ताकि श्रमिक बढ़ती जीवनयापन की लागत का सामना कर सकें।

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1 अक्टूबर से लागू होंगी नई दरें

नई संशोधित मजदूरी दरें 1 अक्टूबर, 2024 से प्रभावी होंगी, जो कि केंद्रीय क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में कार्यरत श्रमिकों पर लागू होंगी। इनमें भवन निर्माण, माल लोडिंग और अनलोडिंग, चौकीदारी, सफाई, खनन और कृषि जैसे कार्य शामिल हैं। यह संशोधन मजदूरों की विभिन्न श्रेणियों और कौशल स्तरों के आधार पर किया गया है। श्रमिकों को अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल और अत्यधिक कुशल श्रेणियों में बांटा गया है। साथ ही, इन्हें भौगोलिक क्षेत्रों के आधार पर भी वर्गीकृत किया गया है, जिन्हें 'ए', 'बी' और 'सी' के तहत रखा गया है।

बढ़ी हुई मजदूरी दरें

इस संशोधन के अनुसार, अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी क्षेत्र 'ए' में 783 रुपये प्रतिदिन (20,358 रुपये प्रति माह) होगी। वहीं, अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए यह दर 868 रुपये प्रतिदिन (22,568 रुपये प्रति माह) होगी। कुशल कर्मियों, लिपिकों, और बिना हथियार वाले चौकीदारों के लिए 954 रुपये प्रतिदिन (24,804 रुपये प्रति माह) तय की गई है, जबकि अत्यधिक कुशल और हथियारधारी चौकीदारों के लिए 1,035 रुपये प्रतिदिन (26,910 रुपये प्रति माह) होगी।

महंगाई भत्ते का अर्धवार्षिक संशोधन

केंद्र सरकार औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में छह महीने की औसत वृद्धि के आधार पर साल में दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। यह संशोधन हर साल 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर से प्रभावी होता है।