Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

तीन शताब्दी का इतिहास संजोए प्यारे राम जी मंदिर के मोहन भागवत ने किए दर्शन, लगाए 51 पेड़, सनातन पर कही दिल छूने वाली बात

बारां के प्यारेराम जी मंदिर का इतिहास करीब तीन शताब्दी पुराना है। मंदिर के महंत प्यारेराम जी ने अनंत भगवान की प्रतिमा स्थापित कर तीन परकोटे वाले विशाल मंदिर का निर्माण करवाया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देव दर्शन के बाद परिसर में नित्य लगने वाली शिव मंदिर तरुण व्यवसायी शाखा में स्वयंसेवकों के साथ एक घंटे के निश्चित कार्यक्रमों में भाग लिया।

तीन शताब्दी का इतिहास संजोए प्यारे राम जी मंदिर के मोहन भागवत ने किए दर्शन, लगाए 51 पेड़, सनातन पर कही दिल छूने वाली बात

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत चार दिन के बारां प्रवास के दौरे पर हैं। जहां पर शुक्रवार सुबह उन्होंने बारां शहर के मांगरोल रोड स्थित प्राचीन प्यारेराम जी मंदिर में देवदर्शन किए। साथ ही उन्होंने दर्शन करने के बाद मंदिर के इंतिहास से लेकर मान्यताओं के बारें में जानकारी ली।

तीन शताब्दी पुराना है मंदिर का इतिहास 

बारां के प्यारेराम जी मंदिर का इतिहास करीब तीन शताब्दी पुराना है। मंदिर के महंत प्यारेराम जी ने अनंत भगवान की प्रतिमा स्थापित कर तीन परकोटे वाले विशाल मंदिर का निर्माण करवाया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देव दर्शन के बाद परिसर में नित्य लगने वाली शिव मंदिर तरुण व्यवसायी शाखा में स्वयंसेवकों के साथ एक घंटे के निश्चित कार्यक्रमों में भाग लिया। शाखा के  सभी स्वयंसेवकों ने व्यायाम, योग, प्रहार, सूर्य नमस्कार, सांघिक सुभाषित, अमृत वचन तथा गीत गायन आदि गतिविधियों में हिस्सा लिया।

ये भी पढ़ें

दिए बेहद रोचक जवाब

इस सब के दौरान सरसंघचालक के दिए जवाब बेहद रोचक रहे। जिज्ञासा का समाधान करने के लिए शाखा के  स्वयंसेवकों ने सरसंघचालक से कई प्रश्न पूछे। जिसपर उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही एक  हिन्दू राष्ट्र है, उसको और उन्नत, सामर्थ्यवान तथा बलशाली बनाना है। शाखा से समाज को जोड़ने के सूत्र बताते हुए डॉ. भागवत ने कहा कि अपरिचित से परिचय बढ़ाना, परिचित को मित्र बनाना, मित्र को स्वयंसेवक बनाना चाहिए। नित्य शाखा से ही समाज के लिए योग्य स्वयंसेवक निर्मित होंगे।

लगाएं 51 पौधे

शाखा के पश्चात मंदिर परिसर के बाहर  स्वयंसेवकों के साथ मिलकर उन्होंने पौधारोपण किया। इस अवसर पर आंवला, बिल्वपत्र तथा पीपल आदि प्रजातियों के 51 पौधे लगाए गए। शाखा के स्वयंसेवकों ने पौधों की सार संभाल का संकल्प भी  लिया। इसके पश्चात् शाखा टोली के साथ बैठक हुई। उन्होंने   टोली  बैठक में शाखा के विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। शाखा में होने वाले एक घण्टे के नियमित कार्यक्रमों के विषय पर विस्तृत चर्चा भी की।

रिपोर्ट - जितेश जेठानंदानी