Rajasthan By-Election: 'स्वाभिमान की राजनीति करती हूं, समझौता नहीं' दिव्या मदेरणा का बेनीवाल पर वार
राजस्थान उपचुनाव में दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल पर जमकर निशाना साधा। जानिए खींवसर सीट के चुनावी समीकरण और मदेरणा के वायरल बयान के बारे में।
खबर राजस्थान से है। जहां उपचुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस-बीजेपी ने नेताओं की फौज उतार रखी है। इसी बीच राजस्थान कांग्रेस की तेज-तर्रार नेत दिव्या मदरेणा का बयान खूब वायरल हो रहा है। उन्होंने बिना नाम लिये हनुमान बेनीवाल को आड़े हाथ लिया और कहा कि नागौर-खींवसर में कैसे हालत हैं और पिछले चुनावों में वो कितने मतों के अंतर से जीते ये सभी ने देखा। इस बार हालत और भी ज्यादा खराब है। सुबह-सुबह 4 बजे तक लोगों के पैर पकड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा स्वाभिमान की राजनीति करती आईं हूं। इससे समझौता नहीं करूंगी। मदरेणा परिवार हमेशा से किसानों के हित में काम करते आये हैं। बीते चुनावों में हनुमान बेनीवाल ने मदरेणा पर बयान दिया था,जिसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे हराने के लिए ओसियां में कई जनसभाएं की,मेरा क्या कसूर था।
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दिव्या मदरेणा की जनता से अपील
कहा,हम नया कारवां लेकर आएंगे। जब आप नकारात्मक राजनीति करते हैं या किसी के लिए बुरा सोचते हैं, तो अंत में वही बुरा आपके साथ होता है। मदेरणा साहब या महिपाल ने कभी नहीं कहा कि हम चुनाव हराएंगे। मेरे किसी भी भाषण में ऐसा नहीं कहा गया। हमारा उद्देश्य नई दिशा में काम करना है, विकास के नए रास्ते बनाना है। चुनाव आएगा तो हम फिर से खड़े होंगे, लेकिन किसी के सामने झुककर नहीं, बल्कि अपने दम पर। जो भाग्य में लिखा है, वही होगा। उन्होंने जनता से कहा, "हम आपके बीच काम करेंगे, संवाद करेंगे, और आपका भरोसा जीतेंगे। लेकिन राजनीति में समझौता नहीं करेंगे। मेरी लोहावट की जनता से यही अपील है कि राजनीति के लिए अपने भविष्य से समझौता मत करें। एकजुट रहें, ताकि हर नेता आपको सम्मान दे। अगर ऐसा न हो, तो आप मुझे दोष दे सकते हैं।
खींवसर सीट का समीकरण
गौरतलब है, लोकसभा चुनाव जीतने के बाद हनुमान बेनीवाल ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। बीते चुनावों में वह कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव में उतरे थे,हालांकि इस बार उनकी पार्टी अकेले मैदान में है। वहीं, खींवसर से हनुमान बेनीवाल ने अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को प्रत्याशी बनाया है। जबकि बीजेपी ने रेवंत डांगा तो कांग्रेस ने रतन चौधरी पर दांव लगाया है। इससे इतर 2023 के विधानसभा चुनावों में रेवंत डांगा ने बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी थी। बेनीवाल केवल दो हजार वोटों से जीते थे। ऐसे में इस सीट पर मुकाबला टाइट है।