Rajasthan News: लापरवाही या जानबूझकर की गई हिंसा? सचिन पायलट ने उठाए समरावता कांड पर सवाल
उन्होंने ये भी सवाल उठाया कि राजस्थान में मतदान के दौरान समराव गांव में जो कुछ हुआ, वो लापरवाही थी या जानबूझकर की गई हिंसा?
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने समराव कांड की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे, तो सच सामने नहीं आ पाएगा। पायलट ने बिना नाम लिए कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा।
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उन्होंने कहा कि पहले ये कहा गया था कि न्यायिक जांच होगी, लेकिन अब सरकार ने इसे संभागीय आयुक्त से करवाने की बात की है। पायलट ने चेतावनी दी कि यदि कोई अधिकारी जांच करेगा, तो कोई तथ्य सामने नहीं आएंगे, क्योंकि सत्य तक पहुंचने के लिए न्यायिक जांच जरूरी है।
पायलट का पुलिस और प्रशासन आरोप
उन्होंने ये भी सवाल उठाया कि राजस्थान में मतदान के दौरान समराव गांव में जो कुछ हुआ, वो लापरवाही थी या जानबूझकर की गई हिंसा? पायलट ने आरोप लगाया कि रात के अंधेरे में पुलिस और प्रशासन ने बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को पीटा, आंसू गैस के गोले छोड़े और हिंसा का सामना कराया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मशीनरी द्वारा हिंसा की जाती है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए।
जानबूझकर की गई हिंसा - पायलट
सचिन पायलट ने ये भी कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर हिंसा और टारगेटेड कार्रवाई की गई। उन्होंने सरकार की निंदा करते हुए कहा कि गरीब लोगों को परेशान करने के लिए ये सब किया गया। पायलट का मानना है कि सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है और अब ये जांच होनी चाहिए कि क्या ये सब जानबूझकर किया गया।