Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

Sawai Madhopur News: आसमान से बरस रही ‘आफत’ वाली बारिश, रणथंभौर के जंगल में फंसे 100 श्रद्धालु

बारिश के कारण रणथंभौर के जंगलों में तेज पानी आने के चलते रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर वन विभाग और प्रशासन ने आवाजाही रोक दी है।

Sawai Madhopur News: आसमान से बरस रही ‘आफत’ वाली बारिश, रणथंभौर के जंगल में फंसे 100 श्रद्धालु

सवाई माधोपुर जिले में तेज बारिश का दौर लगातार जारी है। लगातार हो रही बारिश से जिला मुख्यालय सहित जिले भर के नदी नाले उफान पर हैं, वहीं रणथंभौर के भी सभी नाले और झरने उफान पर हैं।

इसे भी पढ़िये -

रणथंभौर के जंगलों में तेज पानी
लगातार हो रही बारिश के कारण रणथंभौर के जंगलों में तेज पानी आने के चलते रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर वन विभाग और प्रशासन ने आवाजाही रोक दी है। रणथंभौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया। लेकिन कुछ कुछ श्रद्धालु अलसुबह ही त्रिनेत्र गणेश मंदिर पहुंच गये थे ।

100 श्रद्धालु फंसे
सभी श्रद्धालु रणथंभौर से त्रिनेत्र गणेश के दर्शन कर वापस लौट रहे थे । इसी बीच तेज बारिश आने से त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर पानी आ गया। वन विभाग और प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर आवागमन बंद कर दिया। ऐसे में अल सुबह त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले करीब 100 श्रद्धालु वापस आते वक्त रास्ते में तेज पानी आने के कारण जंगल मे ही फंस गए । 
लगभग 6 -7 घंटे से त्रिनेत्र गणेश मार्ग स्थित आडा बालाजी के नाले के तेज बहाव ने श्रद्धालुओ की राह को रोक रखी है। रणथंभौर में हुई तेज बारिश से आडा बालाजी नाले में तेज पानी आने से श्रद्धालुओं के वापस लौटने की राह मुश्किल हो गई है। ऐसे में 6 -7घंटे से 100 से अधिक श्रद्धालु रणथंभौर के जंगल में ही फंसे हैं।

एसडीआरएफ की टीम लोगों को निकालने में जुटी
श्रद्धालुओं के जंगल में फंसे होने की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने एसडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया। एसडीआरएफ की टीम ने कुछ लोगों को पहाड़ी पर चढ़ाकर के जंगल के रास्ते बाहर निकाला है। अभी भी कुछ लोग जंगल के भीतर फंसे हुए हैं। जो लोग पहाड़ी पर चढ़ने में सक्षम नहीं है उन्हें एसडीआरएफ की टीम मशक्कत करके सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटी हुई है।

चूंकि यह इलाका टाइगर की टेरिटरी का भी है । ऐसे में वन विभाग के कर्मचारी एहतियात के तौर मौके पर मौजूद हैं। अभी भी लगभग 40 से 50 लोग जंगल के भीतर फंसे हुए हैं। जिन्हें आपदा प्रबंधन की टीम सुरक्षित जंगल से बाहर निकालने के प्रयास में जुटी हुई है ।