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राजस्थान का एक ऐसा मशहूर किला जिसमें बनी है कई ब्लॉकबस्टर बॉलीवुड फिल्में, आइए जानते हैं इस किले के बारे में...

नाहरगढ़ किला, राजस्थान का प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान है। जो जयपुर शहर के ऊपर स्थित है, इसे 1880 के दशक में सवाई माधो सिंह ने इसे बनवाया था। जिसने गुलाबी शहर की मुख्य सुरक्षा बनाई। शुरूआती दौर में इसे सुदर्शनगढ़ के नाम से भी जाना जाता था। कुछ समय बाद इसे नाहरगढ़ नाम मिला जिसका अर्थ होता है बाघ का निवास। जयपुर के जितने भी शासक थे वो अक्सर अपने कई महलों, मंदिरों और बगीचों के साथ नाहरगढ़ किले का उपयोग अवकाश निवास के रूप में करते थे। यह एक विस्तारित दीवार के माध्यम से जयगढ़ किले से निकटता से जुड़ा हुआ है।

राजस्थान का एक ऐसा मशहूर किला जिसमें बनी है कई ब्लॉकबस्टर बॉलीवुड फिल्में, आइए जानते हैं इस किले के बारे में...

नाहरगढ़ किला, राजस्थान का प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान है। जो जयपुर शहर के ऊपर स्थित है, इसे 1880 के दशक में सवाई माधो सिंह ने इसे बनवाया था। जिसने गुलाबी शहर की मुख्य सुरक्षा बनाई। शुरूआती दौर में इसे सुदर्शनगढ़ के नाम से भी जाना जाता था। कुछ समय बाद इसे नाहरगढ़ नाम मिला जिसका अर्थ होता है बाघ का निवास। जयपुर के जितने भी शासक थे वो अक्सर अपने कई महलों, मंदिरों और बगीचों के साथ नाहरगढ़ किले का उपयोग अवकाश निवास के रूप में करते थे। यह एक विस्तारित दीवार के माध्यम से जयगढ़ किले से निकटता से जुड़ा हुआ है।

हालांकि यह हर तरह से शाही और सुंदर है, लेकिन यह आमेर किले जितना प्रसिद्ध नहीं है। इसलिए यह उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है, जो कम भीड़ पसंद करते हैं। किले की मुख्य विशेषता माधवेंद्र महल है। जिसमें सम्राट के लिए एक असाधारण कमरा और उनकी उपपत्नी के लिए नौ अपार्टमेंट हैं। संक्षेप में कहें तो नाहरगढ़ किला जयपुर में घूमने के लिए सबसे शानदार जगहों में से एक है।

नाहरगढ़ किले की संरचना

यह किला 700 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है जिसकी वजह से आज तक इस पर कोई आक्रमण नहीं कर पाया। नाहरगढ़ की सबसे खूबसूरत जगह माधवेंद्र भवन है। जिसे विद्याधर भट्टाचार्य ने डिज़ाइन किया था। भवन के अंदर आंतरिक साज-सज्जा खूबसूरत भित्ति चित्रों और स्टको डिज़ाइन से की गई है। किले को शाही महिलाएं इस्तेमाल करती थी। किले में जनाना और मर्दाना महल का भी निर्माण करवाया गया था। 12 कमरों वाले माधवेंद्र भवन की खूबसूरती देखने लायक है। किले की आंतरिक साज सज्जा में भारतीय और यूरोपियन वास्तुकला का नायाब नमूना देखने को मिलता है। भवन में बने कक्ष गलियारों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। नाहरगढ़ किले की खूबसूरती रात के समय दोगुनी हो जाती है।

नाहरगढ़ किले के बारे में कम ज्ञात तथ्य

  • नाहरगढ़ किले में कई ब्लॉकबस्टर बॉलीवुड फिल्मों का स्थान रहा है। जैसे आमिर खान की फिल्म ‘रंग दे बसंती’ और सुशांत सिंह राजपूत और परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘शुद्ध देशी रोमांस’
  • इस किले को प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की 1971 की बंगाली थ्रिलर सोनार किला में भी दिखाया गया था।
  • किले का नाम नाहरगढ़ कैसे पड़ा, इससे जुड़ी एक और कहानी है। कई लोगों का मानना है कि इसके निर्माण के समय, किला बाघों का घर था और इसीलिए इसका नाम नाहरगढ़ रखा गया जिसका अर्थ है 'बाघों का निवास।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान

जयपुर में नाहरगढ़ किले के आसपास स्थित, नाहरगढ़ जैविक पार्क एक अभयारण्य है। जो अरावली पर्वत श्रृंखला में 7.2 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। प्रकृति और वन्य जीवन का पता लगाना हो, तो जयपुर की यात्रा पर इस पार्क का दौरा जरूर करना चाहिए। नाहरगढ़ जैविक उद्यान के अंदर एक चिड़ियाघर है। जहाँ बंगाल के बाघ, मगरमच्छ, हिमालयी काले भालू, एशियाई शेर, भेड़िये और भारतीय तेंदुओं को पिंजरों में देखा जा सकता है।

नाहरगढ़ फोर्ट देखने कब जाएं

नाहरगढ़ किला घूमने के लिए मानसून का वक्त सबसे खास होता है। रिमझिम बरसात से लेकर मार्च तक का समय सबसे बेस्ट होता है। क्योंकि इस वक्त यहां का टेंपरेचर कम होता है और मौसम सुहाना। इसलिए इस वक्त में आप यहां सनसेट से लेकर हर चीज को एंजॉय कर सकते हैं।